मेडिटेशन के कई फायदे हैं. यह जहां आपके दिमाग को ठंडा करता है, वहीं विचारों की गति को भी बेहतर बनाता है। इससे क्या होता है कि आपकी मानसिक स्थिति में सुधार होता है, आप अपने विचारों को नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं और इससे नींद को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। लेकिन, ध्यान का भी अपना एक तरीका और समय होता है। तो आइए जानते हैं मेडिटेशन कब करना चाहिए और इसे करने का सही तरीका क्या है।
1) ध्यान की तैयारी
आप कभी भी ध्यान कर सकते हैं लेकिन आपको इसे सुबह के समय करना चाहिए। दरअसल, सबसे पहले जब आप सुबह तरोताजा होते हैं तो आपके आस-पास का वातावरण तरोताजा होता है और शोर कम होता है। इसके अलावा, इस दौरान आपके पास करने के लिए कम काम होता है, जिससे आपके मन का भटकाव कम होता है और आप शांति से ध्यान कर पाते हैं। साथ ही इस दौरान आपके शरीर पर इसका असर भी अधिक होता है।
2) ध्यान का समय
हर दिन आपको लगभग 20 से 30 मिनट तक ध्यान करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी एकाग्रता बढ़ेगी और आपको शांत होने में मदद मिलेगी। हालाँकि, आप दिन में तीन बार 10 मिनट के अलग-अलग सत्र में ध्यान कर सकते हैं।
3) ध्यान की विधि
ध्यान करते समय आपको ऐसे छोटे शब्द का चयन करना चाहिए जो बोलते समय एक प्रकार का कंपन पैदा करता हो।