जयपुर, 3 जून (हि.स.)। विश्व पर्यावरण दिवस पांच जून के अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में पर्यावरण संरक्षण के लिए आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के लिए निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
निदेशक जन स्वास्थ्य ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस आयोजन के लिए इस वर्ष की थीम ‘भूमि पुनस्थार्पन, मरूस्थलीकरण और सूखा लचीलापन‘ विषय पर चिकित्सा विभाग सहित विभिन्न राजकीय विभाग एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा विभिन्न जनजागरूकता गतिविधियां आयोजित की जायेंगी। उन्होंने बताया कि प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन तेजी से बिगड़ते पर्यावरण के कारण हैं, जिसके चलते पृथ्वी पर स्वस्थ जीवन मुश्किल हो रहा है और मानव स्वास्थ्य पर गंभीर रोगों का खतरा बढ़ गया है।
डॉ. माथुर ने बताया कि सभी राजकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में ग्रीन फ्रेन्डली एन्वायरमेंट एक्टिविटीज़ के तहत् जनप्रतिनिधियों, समाजसेवकों के सहयोग से वृक्षारोपण गतिविधियों के साथ ही पर्यावरण के महत्व के बारे में जनजागरूकता गतिविधियां भी आयोजित की जायेंगी। फील्ड में कार्यरत स्वास्थ्यकार्मिक आमजन को वातावरणीय प्रतिकूल परिवर्तनों के कारण बढ़ती गर्मी, वायु प्रदूषण, जल की कमी, इत्यादि चुनौतियों के बारे में जागृति लाने एवं अधिक से अधिक पौधा रोपण के लिए सहयोग करेंगे।