कोचिंग की घटना के बाद दिल्ली में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। विपक्ष इस घटना के लिए दिल्ली सरकार और एमसीडी को जिम्मेदार ठहरा रहा है। रविवार को करोल बाग मेट्रो स्टेशन रोड पर छात्रों का प्रदर्शन भी देखने को मिला। वहीं, दूसरी ओर महापौर के घर के बाहर एबीवीपी के कार्यकर्ता प्रदर्शन करते नजर आए।
दिल्ली में एमसीडी ने नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग की घटना के बाद एमसीडी हरकत में आ गई है। एमसीडी ने इलाके के 13 कोचिंग सेंटरों को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जो बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। एमसीडी उन कोचिंग संस्थानों पर नोटिस चिपकाकर उनसे जवाब मांग रही है। रविवार को एमसीडी ने राजेंद्र नगर में ऐसे कई कोचिंग सेंटरों पर नोटिस चिपकाए।
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने कोचिंग सेंटरों के खिलाफ इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि कल की दुखद घटना के बाद एमसीडी ने राजेंद्र नगर में उन सभी कोचिंग सेंटरों को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जो बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो यह अभियान पूरी दिल्ली में चलाया जाएगा। उन्होंने अपनी पोस्ट में कई तस्वीरें भी शेयर की हैं। जिसमें दरवाजों पर नोटिस चिपकाए देखे जा सकते हैं।
बेसमेंट में भरा पानी, 3 छात्रों की मौत
राजधानी के राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बारिश का पानी बेसमेंट में घुस गया। देखते ही देखते 8 फीट गहरा बेसमेंट पूरी तरह पानी में डूब गया। कोचिंग सेंटर में छात्र सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते हैं। पानी में डूबने से तीन छात्रों की मौत हो गई। घटना के बाद दिल्ली सरकार और एमसीडी सवालों के घेरे में आ गई है।
उपराज्यपाल ने कहा- यह लापरवाही की ओर इशारा करता है
घटना के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा है कि यह दुर्घटना संबंधित एजेंसियों की आपराधिक लापरवाही की ओर इशारा करती है। उन्होंने राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर में हुई घटना पर संभागीय आयुक्त को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने कहा कि सिविल सेवा उम्मीदवारों की मौत की घटना से वह बहुत दुखी हैं।
‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह घटना राजधानी में घटी’
एक्स पर एक पोस्ट में उपराज्यपाल ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है कि भारत की राजधानी में ऐसी घटना घटी है। ये घटनाएं स्पष्ट रूप से आपराधिक लापरवाही और संबंधित एजेंसियों और विभागों द्वारा बुनियादी रखरखाव और प्रबंधन की विफलता की ओर इशारा करती हैं। शहर में जल निकासी और संबंधित बुनियादी ढांचे के साथ-साथ इन समस्याओं को दूर करने के लिए आवश्यक प्रयास स्पष्ट रूप से विफल रहे हैं।