दिल्ली में रुकेगा धूल और वायु प्रदूषण! एमसीडी ने उठाया ये बड़ा कदम

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जहां दिल्ली नगर निगम चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सड़कों के किनारे लगे बैनर, पोस्टर और होर्डिंग हटाने में जुटा है, वहीं दूसरी ओर निगम ने इससे निपटने के लिए कई अहम कदम भी उठाए हैं. राजधानी में वायु और धूल प्रदूषण हो गया है
दिल्ली एमसीडी प्रदूषण पर जोर दे रही है

दिल्ली एमसीडी प्रदूषण पर जोर दे रही है

इस संदर्भ में, जहाँ एक ओर सड़कों और खुले क्षेत्रों में धूल प्रदूषण के प्रबंधन और निर्माण और विध्वंस कचरे के लिए समर्पित स्थलों की स्थापना पर विशेष जोर दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर हरियाली और वृक्षारोपण अभियान भी चलाए जा रहे हैं . इसके अलावा सड़कों की साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया जा रहा है और मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनों की मदद से सड़कों की सफाई कर वाटर स्प्रिंकलर के माध्यम से पानी का छिड़काव कर धूल के कणों को उड़ने से भी रोका जा रहा है। पार्किंग स्थलों के विकास और सुधार के लिए शाहदरा दक्षिणी जोन में 7 और नजफगढ़ जोन में 1 इंटरलॉक पेविंग ब्लॉक लगाए जा रहे हैं। धूल प्रदूषण से निपटने के लिए गंदगी वाली सड़कों, टूटी सड़कों और गड्ढों का रखरखाव और मरम्मत की जा रही है। निगम के मुताबिक लोक निर्माण विभाग की सड़कों पर सफाई कार्य के लिए 52 मैकेनिकल रोड स्वीपर तैनात किये गये हैं . इसके अलावा, 225 वाटर स्प्रिंकलर के माध्यम से पानी का छिड़काव किया जा रहा है, जबकि विभिन्न सड़कों पर मोबाइल एंटी-स्मॉग गन लगाई गई हैं, ताकि हवा में धूल की उपस्थिति को कम किया जा सके।
इसके अलावा, निगम की विभिन्न सुविधाओं जैसे सी एंड डी प्लांट, लैंडफिल साइट और अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र पर 20 एंटी स्मॉग गन भी स्थापित की गई हैं। इसके अलावा निगम की चिन्हित ऊंची इमारतों पर 15 एंटी स्मॉग गन तैनात की गई हैं. 32 निर्माण स्थलों (सीएंडडी साइट्स) पर 95 एंटी-स्मॉग गन लगाई गई हैं। जिसका जोन (भवन विभाग) की समर्पित टीमों द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। निगम अधिकारी ने कहा कि धूल प्रदूषण को रोकने और बढ़ते निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी) कचरे से निपटने के लिए निगम द्वारा सक्रिय पहल की गई है। इसके तहत, प्रमुख सी एंड डी कचरा संग्रह स्थलों की पहचान करने, अवैध डंपिंग को रोकने और नागरिकों को जिम्मेदार कचरा निपटान पर संवेदनशील बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। निगम ने 68 संग्रहण स्थलों की पहचान की है और 42 सी एंड डी अपशिष्ट संग्रहण स्थल स्थापित किए हैं। निगम के उद्यान विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर पौधे लगाये जा रहे हैं।