पटियाला: पंजाब में एक दिन में सबसे ज्यादा पराली को आग लगाने का नया रिकॉर्ड बना है. सोमवार को पराली जलाने के 1,251 मामले सामने आए, जो पिछले दो साल में सामने आए मामलों की सबसे ज्यादा संख्या है. वर्ष 2023 में आज ही के दिन प्रदेश में 637 स्थानों पर और 2022 में 701 स्थानों पर पराली जलाई गई। सोमवार को सबसे ज्यादा 247 मामले जिला मुक्तसर में और 149 मामले जिला मोगा में दर्ज किये गये. अमृतसर जिले में 36, बरनाला में 42, बठिंडा में 129, फतेहगढ़ साहिब में 06, फरीदकोट में 88, फाजिल्का में 94, फिरोजपुर में 130, गुरदासपुर में 02, कपूरथला में 12, जालंधर में 30, पराली जलाने की 52 घटनाएं हुई हैं लुधियाना में 40, मनसा में 40, नवांशहर में 02, पटियाला में 08, संगरूर में 73, तरनतारन में 77, मालेरकोटला में 34 मामले सामने आए।
इस साल 15 सितंबर से 18 नवंबर तक 9,655 जगहों पर पराली में आग लगी. इसमें संगरूर जिले में सबसे ज्यादा 1,647 जगहों पर पराली में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। अमृतसर में 703, बरनाला में 213, बठिंडा में 670, फतेहगढ़ साहिब में 207, फरीदकोट में 470, फाजिल्का में 233, फिरोजपुर में 1,189, गुरदासपुर में 199, होशियारपुर में 22, जालंधर में 125, कपूरथला में 321, लुधियाना में 246। मनसा में 560, मोगा में 596, मुक्तसर में 668, नवांशहर में 30, पठानकोट में 02, पटियाला में 536, रूपनगर में 10, मोहाली में 40, तरनतारन में 802 और मालेरकोटला में पराली में आग लगने की 176 घटनाएं सामने आई हैं।
पराली सड़ने के मामले
18 नवंबर 2022 : 701
18 नवंबर 2023 : 637
18 नवंबर 2024 : 1251
पराली सड़ने के मामले
(15 सितंबर से 18 नवंबर)
2022 : 48,489
2023 : 33,719
2024 : 9,655