जगदलपुर, 10 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने बस्तर में पहली बार शहीद पुलिस सेल का गठन किया है। इस सेल के माध्यम से बस्तर में शहीद हुए जवानों के परिजनों की समस्या सुनी जाएगी। बस्तर के आईजी सुदरराज पी. इस सेल के अध्यक्ष होंगे, वहीं बस्तर के आईजी अपने अनुसार इस सेल के सदस्य नियुक्त करेंगे, जिनका काम शहीद जवानों के परिजनों की समस्या सुनकर उनकी समस्याओं का समाधान करना होगा। हर माह के दूसरे बुधवार को इस सेल की बैठक भी होगी। दरअसल, कुछ दिन पहले शहीद पुलिस कर्मियों के परिजन अपनी समस्याओं को लेकर गृहमंत्री विजय शर्मा से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया था, तब गृहमंत्री विजय शर्मा ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी समस्या को मुख्यमंत्री के सामने रखकर जल्द से जल्द समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास करेंगे। विदित हाे कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से अब तक छत्तीसगढ़ में 1250 से ज्यादा जवानों की शहादत हुई है। इनमें सबसे ज्यादा संख्या सीआरपीएफ के जवानों की है, वहीं डीआरजी, एसटीएफ, आईटीबीपी, जिला बल और कोबरा के जवानों ने भी बस्तर में नक्सलियों से मुकाबला करते हुए अपना बलिदान दिया है।
आज बुधवार काे अजारी विज्ञप्ति में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि प्रत्येक रेंज के आईजी कार्यालय में शहीद पुलिस सेल का गठन किया गया है। सेल के अध्यक्ष आईजी होंगे। रेंज मुख्यालय के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, आईजी के नामांकित किए गए उप पुलिस अधीक्षक और निरीक्षक स्तर के अधिकारी सेल के सदस्य होंगे, जो शहीद जवानों के परिजनों की समस्या सुनेंगे और निराकरण करेंगे। उन्हाेने बताया कि शहीद पुलिस सेल के सदस्य शहीद जवानों के परिवारजनों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक माह के दूसरे बुधवार को इकाई स्तर, रेंज स्तर और पुलिस मुख्यालय स्तर पर बैठक आयोजित करेंगे। बैठक के अलावा प्रत्येक बुधवार को शहीद जवानों के परिजनों के लिए अलग से समय निर्धारित किया गया है, ताकि वे अपने मुद्दों को रख सकें। इसके लिए आवश्यकता अनुसार व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी कारणवश इकाई बैठक के माध्यम से समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता है, तो रेंज स्तरीय शहीद पुलिस सेल के माध्यम से निराकरण के प्रयास किए जाएंगे। अगर रेंज स्तरीय शहीद पुलिस सेल के स्तर पर भी निराकरण न हो तो पुलिस मुख्यालय स्तर पर गठित शहीद पुलिस सेल की तरफ से निराकरण कराया जाएगा।
उन्हाेंने कहा कि यह पहल पुलिसकर्मियों के शाहीद परिवारजनों की मानसिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के साथ-साथ उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारजनों के प्रति सम्मान का एक सार्थक प्रयास है। यह सुनिश्चित करता है कि जिन पुलिसकर्मियों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है, उनके परिवारजनों की देखभाल और सहायता सुनिश्चित की जाए।