व्यापार से लेकर आतंकवाद तक….डोनाल्ड ट्रंप के कई बड़े ऐलान, पीएम मोदी को सख्त वार्ताकार बताया

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय वार्ता के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जहां उन्होंने दोनों देशों के बीच हुए महत्वपूर्ण समझौतों की जानकारी दी और पत्रकारों के कई सवालों के जवाब दिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2030 तक हम भारत-अमेरिका व्यापार को दोगुना कर देंगे। जबकि ट्रंप ने पीएम मोदी को अपने से बेहतर वार्ताकार बताया। 

संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा, “सबसे पहले मैं अपने प्रिय मित्र राष्ट्रपति ट्रंप के गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं।” राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने नेतृत्व में भारत-अमेरिका संबंधों को पुनर्जीवित किया है। हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करेंगे। सीमापार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। मैं 26/11 के आतंकवादी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के निर्णय के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प का आभारी हूँ। हमारी अदालतें उसे न्याय के कटघरे में लायेंगी। पीएम मोदी ने कहा कि हम जानते हैं कि भारत और अमेरिका का समर्थन और सहयोग एक बेहतर विश्व को आकार दे सकता है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमेरिकी लोग राष्ट्रपति ट्रम्प के आदर्श वाक्य, मेक अमेरिका ग्रेट अगेन या एमएजीए से परिचित हैं। भारत के लोग भी उसी गति से, विकसित भारत 2047 के दृढ़ संकल्प के साथ, विरासत और विकास के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिकी भाषा में भारत का अर्थ है भारत को फिर से महान बनाना, यानि MIGA। जब अमेरिका और भारत मिलकर काम करते हैं, यानि MAGA और MIGA, तो ये समृद्धि के लिए एक बड़ी साझेदारी बन जाती है। और यह विशाल भावना हमारे लक्ष्यों को एक नया आयाम और दायरा देती है। 

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की रक्षा तैयारियों में अमेरिका की भूमिका अहम है। रणनीतिक और विश्वसनीय साझेदार के रूप में, हम संयुक्त विकास, संयुक्त उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। आज हम ट्रस्ट पर सहमत हुए हैं, जिसका अर्थ है रणनीतिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए संबंधों में परिवर्तन। इसके तहत महत्वपूर्ण खनिजों, उन्नत सामग्रियों और फार्मास्यूटिकल्स की मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने पर जोर दिया जाएगा। 

 

उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों एवं प्रणालियों को मजबूत करती है। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे। जिसमें क्वाड की विशेष भूमिका होगी। भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मजबूती से एक साथ खड़े हैं। हम इस बात पर सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है। 

व्यापार 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा:
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आज हमने 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। हमारी टीमें इसके लिए लाभकारी व्यापार समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए काम करेंगी। अमेरिका में भारतीय समुदाय हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है। अपने लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने के लिए, हम जल्द ही लॉस एंजिल्स और बोस्टन में भारतीय वाणिज्य दूतावास स्थापित करेंगे। 

संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी भारत यात्रा और पीएम मोदी के आतिथ्य के बारे में बात की। उन्होंने देशों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए एक रूपरेखा की घोषणा की। ट्रम्प ने कहा कि इस वर्ष अरबों डॉलर की अतिरिक्त रक्षा बिक्री शुरू हो रही है। क्वाड और हिंद-प्रशांत को मजबूत किया जाएगा। ट्रम्प ने कहा कि तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा। 

 

ट्रम्प ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंडों में से एक को भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित करने को मंजूरी दे दी है।” प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में भारत के अनुचित टैरिफ में कटौती की घोषणा की। भारत के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा लगभग 100 बिलियन डॉलर है, और प्रधानमंत्री मोदी और मैं इस बात पर सहमत हुए हैं कि हम दीर्घकालिक असमानताओं को दूर करने के लिए बातचीत करेंगे। जिसका पिछले चार वर्षों में ध्यान रखा जाना चाहिए था। हम वास्तव में समान अवसर चाहते हैं, जिसके हम सच्चे हकदार हैं। 

 

आईएमईसी (भारत मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा) में बोलते हुए ट्रम्प ने कहा कि हम इतिहास के सबसे महान व्यापार मार्गों में से एक के निर्माण में मदद करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं। यह भारत से इजरायल, इटली और फिर अमेरिका तक चलेगा। भारत में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान हम अन्य देशों के साथ इस पर सहयोग बढ़ाएंगे। एक सवाल के जवाब में डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि वह (पीएम मोदी) मुझसे ज्यादा सख्त वार्ताकार हैं और मुझसे कहीं बेहतर वार्ताकार हैं। मेरा उनसे कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है.