मनु भाकर: पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचने के बावजूद खेल रत्न की दौड़ से बाहर, पिता ने उठाए सवाल

Khel Ratna Awards Manu Bhaker Fa

पेरिस ओलंपिक 2024 में दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास बनाने वाली मनु भाकर, देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए नामित नहीं की गईं। इस फैसले ने खेल जगत में विवाद खड़ा कर दिया है। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को यह पुरस्कार देने की सिफारिश के बाद, मनु के पिता राम किशन ने कहा कि उनकी बेटी ने यह निर्णय देश की जनता पर छोड़ दिया है कि वह इस पुरस्कार की हकदार हैं या नहीं।

मनु भाकर: खेल रत्न को लेकर जनता पर छोड़ा फैसला

मनु भाकर के पिता राम किशन ने टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट के साथ बातचीत में कहा,

“मनु को लगता है कि वह खेल रत्न की हकदार हैं, लेकिन वह चाहती हैं कि इसका निर्णय देश की जनता करे।”

हालांकि, खेल मंत्रालय का दावा है कि मनु ने इस साल खेल रत्न के लिए आवेदन नहीं किया। उनके परिवार ने इस बयान का खंडन किया और कहा कि मनु पिछले चार वर्षों से पद्म श्री सहित विभिन्न पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही हैं।

मनु के 49 आवेदन खारिज, पिता का गुस्सा

राम किशन के अनुसार, मनु ने पिछले कुछ वर्षों में 49 नकद पुरस्कारों के लिए आवेदन किया, लेकिन सभी खारिज कर दिए गए। उन्होंने समिति पर सवाल उठाते हुए कहा:

“इतने शानदार प्रदर्शन के बावजूद, अगर मनु का नाम खेल रत्न के लिए नहीं सुझाया गया, तो यह दिखाता है कि समिति या तो सही नहीं है या किसी के दबाव में काम कर रही है।”

उन्होंने कहा कि ओलंपिक पदक विजेताओं और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देना चाहिए, न कि इस तरह के फैसलों से हतोत्साहित करना।

पेरिस ओलंपिक: मनु का ऐतिहासिक प्रदर्शन

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में:

  1. महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
  2. सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में दूसरा कांस्य पदक हासिल किया।

यह पहली बार है जब किसी भारतीय निशानेबाज ने आजादी के बाद से एक ही ओलंपिक में दो पदक जीते हैं।

मनु का टोक्यो से पेरिस तक का सफर

  • टोक्यो ओलंपिक 2020:
    • मनु भाकर का अभियान उनकी पिस्टल की खराबी के कारण बाधित हो गया।
    • इस विफलता के बाद कई लोगों ने उनकी क्षमता पर सवाल उठाए।
  • पेरिस ओलंपिक 2024:
    • मनु ने जबरदस्त वापसी की और अपने आलोचकों को चुप कराते हुए दो पदक जीते।

खेल रत्न विवाद और सोशल मीडिया विवाद

साल की शुरुआत में मनु भाकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था,

“क्या मैं खेल रत्न की हकदार हूं?”

इस पोस्ट ने विवाद खड़ा कर दिया, और आलोचकों ने इसे अनुचित करार दिया। बाद में मनु को यह पोस्ट हटानी पड़ी। हालांकि, इस घटना के बावजूद खेल रत्न की सूची से उनका नाम गायब होने पर उनके समर्थकों में नाराजगी है।

मनु की अन्य उपलब्धियां

मनु भाकर की सफलता केवल ओलंपिक तक सीमित नहीं है:

  • राष्ट्रमंडल खेल 2018:
    • महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक।
    • स्पर्धा का नया रिकॉर्ड भी बनाया।
  • एशियाई खेल 2022:
    • महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक।

पिता ने समिति पर उठाए सवाल

राम किशन ने कहा,

“अगर हमें भारत को खेलों का केंद्र बनाना है, तो ओलंपिक पदक विजेताओं को सम्मान देना चाहिए। समिति के फैसले से लगता है कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के बजाय, उन्हें हतोत्साहित किया जा रहा है।”