मनोज तिवारी, एक ऐसा नाम जो भोजपुरी सिनेमा में सुपरस्टारडम का प्रतीक है। अभिनय और गायकी के क्षेत्र में अपनी खास पहचान बनाने के बाद, अब वह राजनीति में भी सफलतापूर्वक अपनी जगह बना चुके हैं। उनकी बेबाकी और सादगी लोगों के दिलों को छू जाती है। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने संघर्ष और मेहनत के कई अध्याय लिखे हैं।
संघर्ष से शुरू हुआ सफर
मनोज तिवारी का जन्म 1 फरवरी 1971 को वाराणसी, उत्तर प्रदेश में हुआ। उनकी शुरुआती जिंदगी कठिनाइयों से भरी रही। उनके पास स्कूल जाने के लिए साधन नहीं थे, और उन्हें हर दिन चार किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। उन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पूरी की, जहां उन्होंने हिंदी में एमए किया।
वाराणसी में संघर्ष के दिन
साल 1998 में, मनोज तिवारी ने अपने गांव से वाराणसी की ओर रुख किया। शुरुआती दिनों में उनके पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं था। एक छोटे से घर में जैसे-तैसे रहने का इंतजाम किया, लेकिन जीवन बहुत कठिन था।
मनोज ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें मजदूरी करनी पड़ी। वह मजदूरों के साथ घर बनाने में मदद करते थे और ट्रॉली तक ढोई है। यह संघर्ष भरे दिन उनके आत्मविश्वास और मेहनत के जज्बे को और मजबूत करते गए।
फिल्मी सफर की शुरुआत
साल 2004 में, मनोज तिवारी ने भोजपुरी फिल्म ‘ससुरा बड़ा पईसावाला’ से इंडस्ट्री में डेब्यू किया। इस फिल्म में उनके साथ अभिनेत्री रानी चटर्जी थीं। यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई और भोजपुरी सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर बनी।
- फिल्म का बजट: मात्र 30 लाख रुपये
- फिल्म की कमाई: लगभग 9 करोड़ रुपये
इस फिल्म ने न केवल मनोज तिवारी को स्टारडम दिलाया, बल्कि भोजपुरी सिनेमा को नई पहचान भी दी।
नेट वर्थ और संपत्ति
आज के समय में मनोज तिवारी न केवल एक सफल अभिनेता और गायक हैं, बल्कि एक करोड़पति राजनेता भी हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान अपने हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति का विवरण साझा किया।
- कुल संपत्ति: 33 करोड़ रुपये
- अचल संपत्ति: 21 करोड़ रुपये
- चल संपत्ति: 12 करोड़ रुपये
- बैंक बैलेंस: 8 करोड़ रुपये
भोजपुरी सिनेमा का योगदान
मनोज तिवारी ने अपने गायकी के करियर की शुरुआत के साथ भोजपुरी सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट गाने और फिल्में दीं, जिससे न केवल उनकी लोकप्रियता बढ़ी, बल्कि भोजपुरी सिनेमा को भी एक नई दिशा मिली।
राजनीति में कदम
फिल्मों और गायकी के बाद, मनोज तिवारी ने राजनीति में कदम रखा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य के रूप में उन्होंने कई सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर काम किया। राजनीति में भी उनकी बेबाक शैली और जनता से जुड़ाव उन्हें खास बनाती है।
संपत्ति के पीछे की मेहनत
मनोज तिवारी की संपत्ति और सफलता उनकी कड़ी मेहनत और लगन का नतीजा है। एक ऐसे व्यक्ति के लिए जिसने अपने शुरुआती दिनों में प्लेटफार्म पर रातें गुजारीं और मजदूरी की, आज करोड़पति बन जाना एक प्रेरणा है।