जमाईराजा की राजनीति से आगे बढ़ चुका है देश: मेनका

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से बीजेपी उम्मीदवार मेनका गांधी ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर जमकर निशाना साधा. इस बीच उन्होंने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर भी निशाना साधा. दरअसल, जब रॉबर्ट वाड्रा की अमेठी सीट से तथाकथित उम्मीदवारी पर चर्चा हो रही है और खुद वाड्रा ने इस पर टिप्पणी की है, तो मेनका गांधी ने कहा कि उन्हें राजनीति का कोई अनुभव नहीं है और उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि यह देश अब जमाईराजा की राजनीति से आगे निकल चुका है. गौरतलब है कि रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति हैं. एक इंटरव्यू में मेनका से पूछा गया कि अगर रॉबर्ट वाड्रा अमेठी सीट से चुनाव लड़ेंगे तो वे कितने मजबूत होंगे। इसके जवाब में मेनका ने कहा कि चुनाव के लिए राजनीतिक अनुभव जरूरी है. यह देश दामाद राजनीति से आगे बढ़ चुका है।

उन्होंने प्रियंका के रायबरेली में खड़े होने को लेकर भी मजाक किया

इसके अलावा उन्होंने अपने चचेरे भाई राहुल गांधी पर भी तंज कसते हुए कहा कि उन्हें राजनीति से ब्रेक ले लेना चाहिए. कांग्रेस पार्टी तभी आगे बढ़ सकती है जब उसके पास कोई बड़ा नेता या बड़ा विचार हो. मेनका गांधी ने प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी तंज कसा. ऐसी अटकलें हैं कि प्रियंका अपनी मां की सीट रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं। इस मुद्दे पर मेनका ने कहा कि वह आएंगी.

जितिन प्रसाद को जिताने के लिए पार्टी ने पूरी ताकत लगा दी

वरुण का टिकट काटने के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी यहां अपने नए उम्मीदवार जितिन प्रसाद को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा रही है. मेनका और वरुण 1996 से ही पीलीभीत सीट पर बीजेपी का झंडा लहरा रहे हैं. लेकिन इस चुनाव में पार्टी ने मौजूदा सांसद वरुण की जगह राज्य सरकार में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है.

मेनका ने वरुण गांधी का टिकट कटने पर कोई टिप्पणी नहीं की

जब उनसे वरुण गांधी को बीजेपी द्वारा उम्मीदवार नहीं बनाए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह पार्टी के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से जीत हासिल की. इस सवाल पर कि वरुण गांधी कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगे, मेनका ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. वह जो भी करेंगे वह देश के हित में होगा।’ पीलीभीत से उनका टिकट काटने का फैसला पार्टी का है लेकिन वहां के लोग निराश हैं.