पूर्व बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी हाल ही में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर चुनी गई थीं, लेकिन आंतरिक विवाद के बाद उन्हें इस पद से हटा दिया गया। जब ममता को महामंडलेश्वर बनाया गया, तो उनके बारे में कई तरह की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं। मीमर्स ने पोस्ट बनाना शुरू कर दिया, और उनकी आर्थिक स्थिति को लेकर भी कई अटकलें लगाई गईं। कुछ लोगों ने तो यह तक दावा किया कि उन्होंने 10 करोड़ रुपये देकर यह पद हासिल किया। अब, ममता कुलकर्णी ने एक न्यूज शो में खुलासा किया है कि उनकी आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं है, जितनी लोग सोचते हैं।
गुरु दक्षिणा के लिए उधार लेना पड़ा – ममता कुलकर्णी
ममता कुलकर्णी हाल ही में न्यूज शो ‘आप की अदालत’ में पहुंचीं, जहां उन्होंने अपने महामंडलेश्वर बनने को लेकर लगाए गए 10 करोड़ रुपये की डोनेशन वाले आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा,
“मेरे पास 10 करोड़ तो क्या, 1 करोड़ रुपये भी नहीं हैं। मेरा बैंक अकाउंट सरकार ने सीज कर दिया है। लोग नहीं जानते कि मैं किस स्थिति में जी रही हूं। मेरे पास पैसे नहीं थे, मैंने किसी से 2 लाख रुपये उधार लिए थे, ताकि गुरु जी को दक्षिणा दे सकूं।”
ममता ने इस इंटरव्यू में अपनी आर्थिक बदहाली को लेकर भी कई बड़े खुलासे किए।
“मेरे फ्लैट्स जर्जर हालत में हैं” – ममता कुलकर्णी
पूर्व एक्ट्रेस ने अपनी संपत्तियों की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने बताया,
“मेरे तीन अपार्टमेंट्स गिरने की हालत में हैं। उन पर दीमक लग गई है, क्योंकि वे पिछले 23 सालों से बंद पड़े हैं। मेरी आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि मैं इसे शब्दों में बयान भी नहीं कर सकती। मैं बहुत मुश्किल दौर से गुजर रही हूं।”
किन्नर अखाड़े में विवाद के बाद पद से हटाया गया
ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाए जाने पर इंटरनेट पर जबरदस्त विरोध हुआ था। अखाड़े के भीतर भी उनके चयन को लेकर आंतरिक कलह बढ़ गई थी। आखिरकार, किन्नर अखाड़े के प्रमुख ऋषि अजय दास ने घोषणा की कि उन पर ममता को पद से हटाने के लिए काफी दबाव था।
अब ममता कुलकर्णी न केवल अपने धार्मिक पद से हटने को लेकर चर्चा में हैं, बल्कि उनकी आर्थिक तंगी और संघर्ष भी सुर्खियों में बना हुआ है।