सभी जानते हैं कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है. इस्कॉन प्रमुख चिन्मय दास को भी गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के ऐसे व्यवहार की कड़ी निंदा की. अब इस मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने इस मामले में मोदी सरकार का समर्थन करने का ऐलान किया है.
ममता ने क्या कहा?
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम नहीं चाहते कि किसी भी धर्म के लोगों को नुकसान हो. मैंने कोलकाता स्थित इस्कॉन से भी बात की है। हालाँकि, यह दूसरे देश का मामला है, इसलिए केंद्र सरकार को आवश्यक कदम उठाना चाहिए। हम इस मामले में मोदी सरकार का पूरा समर्थन करेंगे.
टीएमसी नेताओं ने की आलोचना
ममता बनर्जी से पहले उनकी पार्टी के कई नेताओं ने बांग्लादेश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने भी केंद्र सरकार से कार्रवाई करने की अपील की. अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. केंद्र सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
विपक्ष चुप क्यों है- गिरिराजसिंह
इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बांग्लादेश में हिंसा की आलोचना की और संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग की. उन्होंने कहा कि हिंदुओं पर हमला और धर्मगुरु की गिरफ्तारी बेहद शर्मनाक है. विपक्ष इस मुद्दे को पूरी तरह से नजरअंदाज कर रहा है.
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि सोमवार सुबह बांग्लादेश पुलिस ने ढाका एयरपोर्ट से इस्कॉन प्रमुख श्री चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. विदेश मंत्रालय ने भी औपचारिक बयान जारी कर गिरफ्तारी की आलोचना की है.