कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) के चेयरमैन सुब्रह्मण्यम की ’90 घंटे काम’ वाली हालिया टिप्पणी पर असहमति व्यक्त की। खरगे ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कंपनी का अभी कुछ बकाया बाकी है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी का नया मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ एलएंडटी द्वारा ही बनाया गया है। सुब्रह्मण्यन की टिप्पणियों ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया, जिसमें उन्होंने सप्ताह में 90 घंटे काम करने की वकालत की और सुझाव दिया कि कर्मचारियों को रविवार को भी छुट्टी नहीं लेनी चाहिए। उन्होंने यह सवाल भी किया था, “आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक निहार सकते हैं?”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, खरगे ने कहा, “मैं कंपनी का धन्यवाद करता हूं, लेकिन कंपनी के सीईओ ने कहा कि 90 घंटे काम करना चाहिए, इस बात को मैं नहीं मानता हूं। मजदूर आठ घंटे काम करता है तो थक जाता है। पंडित नेहरू और बाबासाहेब आंबेडकर ने फैक्टरी कानून बनाते समय कहा था कि रोजाना आठ घंटे से ज्यादा काम नहीं होगा, लेकिन यह तो 12 और 14 घंटे काम करने की बात कर रहे हैं।”
खरगे ने पार्टी के नए मुख्यालय के उद्घाटन के बाद पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए सुब्रह्मण्यन की टिप्पणी का उल्लेख किया और कंपनी के श्रमिकों का आभार जताया। उन्होंने चुटीले अंदाज में यह भी कहा कि कंपनी को अभी कुछ बकाया देना है।
पिछले वर्ष, इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने भी यह कहकर बहस छेड़ी थी कि युवाओं को सप्ताह में 70 घंटे काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए। खरगे ने इस विचार को भी नकारते हुए कहा कि उन्हें यह छोड़ देना चाहिए, लेकिन कंपनी के काम की प्रशंसा भी की।