आधी आबादी को सशक्त बनानेवाली मंईंया सम्मान योजना एक क्रांतिकारी कदम: कल्पना सोरेन

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खूंटी, 5 अक्टूबर (हि.स.)। झारखंड में पहली बार राज्य की आधी आबादी की चिंता करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें सम्मान देने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की है। यह योजना राज्य की आधी आबादी के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन ने कही। कल्पना सोरेन शनिवार को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू से मंईंया सम्मान यात्रा का शुभारंभ करने के बाद खूंटी के कचहरी मैदान और बाद में तोरपा प्रखंड मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि राज्य में लंबे समय तक शासन करने वाले लोगों ने कभी भी राज्य की आधी आबादी के बारे में कोई चिंता नहीं की।

पहली बार हेमंत सोरेन ने हमारी बहनों-बेटियों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया है। राज्य में पांच वर्षों तक शासन करने वाली डबल इंजन की सरकार ने यहां के हजारों आदिवासियों पर एफआइआर दर्ज करने का काम किया था। अपनी आवाज उठाने और हक-अधिकार की बात करने वाले लोगों के साथ बड़े-बड़े लोग यही करते हैं, लेकिन वे भूल जाते हैं कि यह झारखंड है, वीर सपूतों की भूमि है, जो अपना हक लेना जानते हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे पुरखों ने कभी किसी के सामने सिर नहीं झुकाया ना ही कोई समझौता किया। उसी प्रकार हेमंत सोरेन ने भी कभी कोई समझौता नहीं किया, क्योंकि हम यहां काम करके आ रहे हैं, कोई झूठे वायदे करके नहीं। उन्होंने कहा कि देश में जितने भी बड़े-बड़े नेता हैं, उन सभी को यहां ले आइए, राज्यों के मुख्यमंत्री को बुला लीजिए। झारखंड के वीर भूमिपुत्र को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आसन्न रणभूमि में झारखंड के लोगों से उन्हें करारा जवाब मिलेगा। आपकी उम्मीदों सपनों और विचारधारा को कोई हिला नहीं सकता।

राज्य की मंत्री दीपिका पांडे ने कहा कि राज्य की सभी महिलाओं को मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करना चाहिए कि उन्होंने पहली बार उन्हें आर्थिक रूप से सफल बनाने के लिए यह योजना लेकर आए हैं।

मंत्री बेबी देवी ने कहा कि कोविड के समय जब यहां के लोग परेशान थे तो कभी कोई पूछने नहीं आया कि आपके घर में चूल्हा जला है कि नहीं। आपके सुख-दःुख में वे कभी आपके साथ खड़े नहीं हो सकते, लेकिन अब जब उन्हें आपके वोटों की जरूरत है, तो वे आपके पास आ रहे हैं और तरह-तरह के प्रलोभन देने का काम कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि आज तक राज्य के गरीबों के बारे में उन्होंने कभी कुछ नहीं सोचा।

इससे पूर्व उलिहातू में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मंईंया सम्मान यात्रा का शुभारंभ किया गया। उलीहातु पहुंचने पर उपायुक्त लोकेश मिश्रा, एसपी अमन कुमार, तमाड़ के विधायक विकास मुंडा व झामुमो जिलाध्यक्ष जुबैर अहमद ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। रास्ते में अड़की मोड़ और किताहातू चौक में भी लोगों को संबोधित करते हुए मंईंया सम्मान योजना समेत झारखंड सरकार द्वारा संचालित अन्य योजनाओं के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी। मंईंया सम्मान यात्रा का कारवां जब खूंटी पहुंचा, तो बाजे-गाजे के साथ झामुमो कार्यकर्ताओं ने यात्रा में शामिल पार्टी नेताओं का शानदार स्वागत किया।