इस साल, यूपीपीएससी से लेकर NEET जैसी परीक्षाओं में अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किए।
इन आंदोलनों ने न केवल शैक्षणिक संस्थानों की खामियों को उजागर किया, बल्कि नीतियों, प्रशासनिक जिम्मेदारियों और सुधारों पर राष्ट्रीय बहस को जन्म दिया।
1. NEET परीक्षा में अनियमितताओं की जांच की मांग
- तारीख: जून 2024।
- विरोध:
- छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन कर NEET परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग की।
- आरोप:
- एक साथ 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिलने पर सवाल उठाए गए।
- NTA की सफाई:
- उन्होंने किसी अनियमितता से इनकार करते हुए कहा कि बेहतर प्रदर्शन एनसीईआरटी के नए पैटर्न और ग्रेस मार्क्स के कारण हुआ।
- परीक्षा केंद्रों पर पेपर में देरी के कारण ग्रेस मार्क्स दिए गए थे।
2. UPPSC प्रदर्शन: वन डे वन शिफ्ट की मांग
- तारीख: 13 नवंबर 2024।
- विरोध:
- 30,000 से अधिक छात्रों ने यूपी पीसीएस और आरओ परीक्षा में बदलाव के खिलाफ आवाज उठाई।
- छात्रों की मांग थी कि परीक्षा “एक दिन, एक शिफ्ट” के पुराने तरीके से कराई जाए।
- नतीजा:
- छात्रों के दबाव में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने अपना फैसला वापस लिया और परीक्षा को एक दिन, एक शिफ्ट में आयोजित करने की घोषणा की।
3. बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ प्रदर्शन
- तारीख: 13 दिसंबर 2024।
- विरोध:
- बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की PT परीक्षा में कथित पेपर लीक के कारण छात्रों ने व्यापक प्रदर्शन किए।
- पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर गड़बड़ियों के आरोप लगाए गए।
- छात्रों की मांग:
- पूरे राज्य में परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की।
- आयोग का निर्णय:
- सिर्फ पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर पुनः परीक्षा कराने का आदेश दिया।
- विरोध अभी भी जारी है।
4. दिल्ली की आईपी यूनिवर्सिटी: आत्महत्या के बाद प्रदर्शन
- घटना:
- सितंबर 2024 में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के एमबीए फर्स्ट ईयर के छात्र गौतम कुमार ने हॉस्टल की बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली।
- कारण:
- ड्रग्स के सेवन और शराब पीने के आरोप में निष्कासन।
- प्रदर्शन:
- छात्रों ने निष्कासन को अनुचित बताते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया।
5. आईआईटी गुवाहाटी: आत्महत्याओं पर विरोध
- तारीख: सितंबर 2024।
- घटना:
- 21 वर्षीय बी.टेक छात्र ने हॉस्टल में आत्महत्या कर ली।
- विरोध:
- छात्रों ने संस्थान पर टॉक्सिक इनवायरनमेंट फैलाने का आरोप लगाया।
- प्रदर्शनकारियों ने मानसिक स्वास्थ्य और पहलुओं की अनदेखी पर सवाल उठाए।
- परिणाम:
- विरोध के बाद संस्थान के डीन प्रो. कंदुरु वी कृष्णा ने इस्तीफा दे दिया।