जयपुर, 8 मार्च (हि.स.)। भोले बाबा की आराधना का पर्व महाशिवरात्रि शुक्र प्रदोष और विशिष्ट योग संयोग में शुक्रवार को भक्ति भाव से मनाया गया । शहर भर के शिवालयों में अल सुबह से हर हर महादेव और ओम नमः शिवाय महामंत्र गूंज दिनभर जारी रहीं। सुबह से देर शाम तक शिवालयों में भक्तों ने बाबा का दूध और जल से अभिषेक किया। मुख्य शिव मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी कतारें लगी रही।
सुबह श्रद्धालु सपरिवार निराहार ही शिव मंदिरों में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने पहुंच गए। दूध मिले जल से अभिषेक कर चंदन का लेपन किया। शहद, शर्करा, बिल्व पत्र, गाजर, सोगरी, बेर, आक-धतूरा फल सहित अन्य सामग्री अर्पित कर शिव सहस्त्रनाम, शिव चालीसा का पाठ किया।
महाशिवरात्रि पर शिवयोग, सर्वार्थ सिद्धि योग, श्रवण योग, घनिष्ठा नक्षत्र सहित अन्य योग संयोग और प्रदोष होने से छोटीकाशी के हर शिवालय में भक्तों की भारी भीड़ रही।
चौड़ा रास्ता के ताडक़ेश्वर महादेव मंदिर में सुबह सूर्योदय से पूर्व भक्त कतारों में लग गए। मोतीडूंगरी पहाड़ी पर स्थित एकलिंगेश्वर शिव मंदिर के नहीं खुलने के कारण वहां जाने वाले अधिकांश श्रद्धालु ताडक़ेश्वर मंदिर पहुंच गए। ताडक़ेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी विक्रांत व्यास ने बताया कि लाइनों के जरिए भक्तों को प्रवेश दिया गया। रामसागर और गंगाजल की व्यवस्था मंदिर की ओर से की गई। शाम को भोलेनाथ का मनोहारी श्रृंगार किया गया। रात्रि को भजनों से रिझाया गया।
वैशाली नगर स्थित झारखंड महादेव मंदिर में दो लाइनों के जरिए भक्तों को प्रवेश दिया गया। भक्तों की लाइन क्विंस रोड तक पहुंच गई। कतारों में लगे भक्तों ने जयकारों और भजनों से वातावरण को भक्तिमय बनाए रखा। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष जयपप्रकाश सोमानी ने बताया कि सुबह 4.30 बजे से भक्तों को अभिषेक के लिए प्रवेश दिया गया जो तडक़े तक जारी रहा। शाम को विदेशी फूलों से बाबा का शृंगार किया गया।
गोविंद देवजी मंदिर ठिकाने के आमेर रोड कनक घाटी स्थित काला महादेव जी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में महादेव जी की विशेष पूजा-अर्चना की गई। बड़ी संख्या में भक्तों ने भोलेनाथ का अभिषेक कर पूजन किया।
बनीपार्क के जंगलेश्वर महादेव , विद्याधर नगर के भूतेश्वर महादेव, छोटी चौपड़ के रोजगारेश्वर महादेव, रामगंज के औंढा महादेव सहित अन्य शिवालयों में मंदिरों में चार प्रहर की पूजा के साथ ही विशेष अनुष्ठान हुए।
तीर्थ जल से हुआ सदाशिव द्वादश ज्योतिर्लिंग का अभिषेक
गलता गेट स्थित मंदिर श्री गीता गायत्री जी सदाशिव द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तगणों ने बाबा का अभिषेक किया। शिवरात्रि का पर्व पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सानिध्य में मनाया गया। मंदिर प्रवक्ता नीतीश चैतन्य चतुर्वेदी ने बताया भोलेनाथ की चार पहर की पूजा की गई। प्रत्येक प्रहर में विभिन्न रसों, तीर्थ जल से सदाशिव ज्योतिर्लिंग का अभिषेक किया गया। भक्तों ने अभिषेक के बाद शिव कवच और शिव सहस्त्रनामावली के साथ शिव चालीसा के पाठ किए।
सत्संग के बाद हवन-पूजन
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर एमआई रोड अमरापुर स्थान स्थित अमरापुरेश्वर महोदव मंदिर में सुबह सात बजे सत्संग कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसके बाद हवन और ध्वज वंदन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। भगवान भोलेनाथ, सतगुरु स्वामी टेऊँराम की झांकी सजाई गई। बीडी टेकवानी ने बताया कि भंडारा प्रसाद का आयोजन भी किया गया।
दक्षिण मुखी हनुमान जी के सामने राष्ट्र जागरण दीप यज्ञ का आयोजन
महाशिवरात्रि पर करधनी गायत्री महिला मंडल की ओर से कालवाड रोड झोटवाड़ा स्थित दक्षिण मुखी हनुमान जी के सामने राष्ट्र जागरण दीप यज्ञ का आयोजन किया गया। वेदमाता गायत्री और गुरु सत्ता के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर पंचोपचार पूजन किया गया। बड़ी संख्या में महिलाएं अपने घर से पांच-पांच दीपक लेकर आईं। पूजन के बाद अग्नि प्रज्वलन कर विश्व शांति की कामना के साथ अक्षत से आहुतियां अर्पित की गई।
इस मौके पर यज्ञ करवाते हुए गायत्री महिला मंडल की संचालिका कुसुमलता सिंघल ने कहा कि दीपक प्रज्जवलित होने पर जब मंत्रोच्चारण किया जाता है तो दीपक के चारों ओर विद्युत चुंबकीय क्षेत्र बन जाता है। मंत्र के कंपन से प दुर्भावना और घृणा प्रेम, सद्भाव और सहकार में बदल जाती है। इससे अपार शांति की प्राप्ति होती है। ईश्वर के निमित्त दीपक जलाने से हमारे भाव ईश्वर तक पहुंच जाते हैं। ऋषि-मुनि इस तथ्य को जानते थे इसलिए उन्होंने दीपक जलाने की परंपरा शुरू की।
पुष्कर राज जल से किया आनंदेश्वर महादेव का अभिषेक
महाशिवरात्रि पर तीर्थराज पुष्कर के पवित्र सरोवर से श्री खोले के हनुमान मंदिर स्थित आनंदेश्वर महादेव जी का हर हर महादेव के साथ अभिषेक किया गया। कावड़ यात्रा अजमेर रोड होते हुए दोपहर को एमआई. रोड स्थित चैम्बर भवन पहुंची। यहां विश्राम बाद शाम को लवाजमें के साथ कावड़ यात्रा सांगानेरी गेट, जौहरी बाजार, हवामहल, सुभाष चौक, बासबदनपुरा होते हुए रात्रि को श्री खोले के हनुमान मंदिर पहुंची। रात्रि में ही मंत्रोचारण के साथ पुष्कर सरोवर जल से आनंदेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर पूजन किया गया। 40वीं कावड़ पदयात्रा के मंदिर पहुंचने पर श्री नरवर आश्रम सेवा समिति के अध्यक्ष गिरधारी लाल शर्मा, महामंत्री बृजमोहन शर्मा ने कावडय़ात्रियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
महाशिवरात्रि के शुभ योग पर ठाकुर जी ने की नई पोशाक धारण
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जयपुर के आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में ठाकुर श्री गोविंद देव जी को नई बाघंबरी पोशाक धारण कराई गई। मंदिर प्रांगण में विशेष अलंकार धारण कराकर पुष्प श्रृंगार किया गया। जिसके बाद छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। रचना झांकी में शिव विवाह का सेवा दर्शन कराया गया।
महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में पंचामृत अभिषेक, भोग , पोशाक सेवा किया गया। इनमें मंदिर श्री गोपेश्वर महादेव. मंदिर श्री काला महादेव जी , कनक घाटी. मंदिर श्री भूरा महादेव जी कनक घाटी मुख्य है।
भोलेनाथ के जयकारों से गूँजा श्री गलता जी
उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ उत्तर तोदाद्रि श्री गलता जी में पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के सान्निध्य में शुक्रवार को महा शिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर लाखों श्रद्धालुजन श्री गलता जी पहुंचे और आगन्तुक श्रद्वालुजनों ने शिवालयों में शिव बाबा का अभिषेक कर पूजन किया।
श्री गलता पीठ के युवाचार्य स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि श्री गलता जी में महाशिवरात्रि के पर्व पर जयपुर शहर के समस्त सिन्धी समुदाय सहित लाखों की संख्या में श्रद्धालुजन एकत्रित हुए। स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के सान्निध्य में प्रति वर्ष आयोजित किये जाने वाले मेले में आस्था का सैलाब देखने को मिला। श्रद्धालुजन सड़क व घाटी मार्ग से श्री गलता जी पहुँचे । गलता पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य महाराज के सानिध्य में यज्ञ ,अनुष्ठान ,सहस्त्रघट ,अभिषेक आदि धार्मिक कार्य संपन्न किए गए।
विभिन्न संस्थाओं ने श्रद्धालुओं के लिए अन्न ,प्रसादी पेय आदि की व्यवस्था की ।
जीवनदास रावतानी ट्रस्ट की ओर से सजाया गया शिव दरबार।
जीवनदास रावतानी मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से महाशिवरात्रि पर श्री गलता जी तीर्थ में पहाड़ियों के बीच गलता पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के सानिध्य में शिव दरबार और भक्ति संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया, भगवान भोलेनाथ की ऊंची प्रतिमा का दरबार सजाया गया। गलता पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज द्वारा महाआरती की गई।
फूलों की झाँकी, ठंडाई वितरण का हुआ आयोजन
कोमल चंद जैन, समृद्धि जैन एवं नेहा जैन द्वारा श्री गलता पीठ स्थित शिवालय में भगवान का फूलों से आकर्षक श्रृंगार किया गया।
अरुण श्रीवास्तव एवं सिद्धार्थ श्रीवास्तव द्वारा 100 किलो दूध से निर्मित ठंडाई भगवान को भोग लगाकर वितरित की गई।श्री गलता जी स्थित शिवालयों में भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया।
नहीं खुला एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर
सालभर में एक बार शिवरात्रि के दिन खुलने वाला मोती डूंगरी स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर लगातार चौथे साल भी आम दर्शनार्थियों के लिए बंद रहा। इसके कारण हजारों शिवभक्तों को भारी निराशा का सामना करना पड़ा। दर्शन की आस में पहुंचे भक्तों को नीचे से ही धोक लगा कर लौटना पड़ा।
इन मंदिरों में भी आयोजन
सिटी पैलेस स्थित राजराजेश्वरी शिव मंदिर में भी भक्तों की लम्बी कतारे देखने को मिली। दिल्ली रोड स्थित सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर मंदिर में हरिद्वार से मंगवाए गंगाजल से अभिषेक किया गया। देवस्थान विभाग के चांदनी चौक स्थित प्रतापेश्वर महादेव मंदिर, हल्दियों का रास्ता स्थित जगतेश्वर महादेव मंदिर में भी विशेष आयोजन हुए।