महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेकर विपक्ष के सुर बदलते नजर आ रहे हैं। पहले शिवसेना (यूबीटी) और अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब पवार परिवार में सुलह की चर्चाएं भी जोर पकड़ रही हैं। एनसीपी की वरिष्ठ नेता और बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने फडणवीस को गंभीरता से काम करने वाला नेता बताया है।
सुप्रिया सुले ने की फडणवीस की तारीफ
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सुप्रिया सुले ने मुख्यमंत्री फडणवीस के गढ़चिरौली दौरे की तारीफ की। उन्होंने कहा, “देवेंद्र फडणवीस पहले दिन से ही एक्शन में हैं। ऐसा लगता है कि वह अकेले ही सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। अन्य मंत्री इस तरह एक्टिव नहीं दिखते।”
सुले ने आगे कहा कि पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता आरआर पाटिल ने पहले गढ़चिरौली जिले की जिम्मेदारी उठाई थी। अब यह देखकर अच्छा लग रहा है कि फडणवीस ने वहां विकास की प्रक्रिया को जारी रखा है।
भाजपा के नेताओं की प्रतिक्रिया
सुप्रिया सुले की इस तारीफ को भाजपा के नेताओं ने आश्चर्यजनक करार दिया। एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, “फडणवीस हमेशा से ही एनसीपी के निशाने पर रहे हैं। 2014 से लेकर अब तक एनसीपी के नेताओं ने फडणवीस पर तीखे हमले किए हैं। सुले की यह तारीफ वाकई अप्रत्याशित है।”
नेता ने बदलापुर कांड का जिक्र करते हुए कहा कि “तब सुले ने फडणवीस को ‘पार्ट टाइम गृह मंत्री’ कहा था। अब उनकी यह सराहना काफी महत्वपूर्ण है।”
शिवसेना (यूबीटी) ने भी की प्रशंसा
फडणवीस की प्रशंसा करने वालों में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल है। पार्टी के मुखपत्र सामना में गढ़चिरौली जिले को ‘स्टील सिटी’ में बदलने के फडणवीस के प्रयासों की सराहना की गई।
संपादकीय में फडणवीस को ‘देवा भाऊ’ कहते हुए लिखा गया, “उन्होंने नए साल की पूर्व संध्या पर गढ़चिरौली का दौरा कर विकास का एक नया अध्याय शुरू किया। फडणवीस के प्रयासों से ऐसा लगता है कि जिले में आदिवासियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे।”
गढ़चिरौली में फडणवीस की योजनाएं
गढ़चिरौली, जो नक्सल प्रभावित इलाका है, में फडणवीस की सक्रियता ने विपक्ष को भी प्रभावित किया है।
- मुख्यमंत्री ने जिले को औद्योगिक हब में बदलने के लिए ‘स्टील सिटी’ परियोजना का खाका तैयार किया है।
- आदिवासी समुदाय के जीवन स्तर को सुधारने के लिए विकास कार्यों पर फोकस किया गया है।
क्या संकेत देती है विपक्ष की तारीफ?
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, विपक्षी नेताओं द्वारा फडणवीस की प्रशंसा अप्रत्याशित जरूर है, लेकिन इसके पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं:
- राजनीतिक माहौल में बदलाव: पवार परिवार में सुलह की कोशिशों के बीच विपक्ष का यह बदला हुआ रुख नई रणनीति का संकेत हो सकता है।
- फडणवीस की व्यक्तिगत छवि: मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी कार्यशैली ने कई बार विपक्षी नेताओं को प्रभावित किया है।
- आने वाले चुनावों की तैयारी: विपक्ष अपनी राजनीतिक रणनीतियों को पुनर्गठित कर सकता है।