महाकुंभ 2025: मोहम्मद कैफ ने संगम में लगाई डुबकी, वीडियो हुआ वायरल

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प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने संगम में तैराकी करते हुए अपनी पुरानी यादों को ताजा किया। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में कैफ के साथ उनका बेटा भी नजर आ रहा है। कैफ की इस पहल पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी रविंद्र पुरी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और इसे सांप्रदायिक सौहार्द का बेहतरीन उदाहरण बताया।

स्वामी रविंद्र पुरी ने दिया बयान: “हर गैर-हिंदू को इसे फॉलो करना चाहिए”

1. मोहम्मद कैफ को बताया भारत का गौरव

स्वामी रविंद्र पुरी ने कहा:
“मोहम्मद कैफ कोई गैर-हिंदू नहीं हैं। वह भारत के बहुत बड़े खिलाड़ी और हमारे गौरव हैं।”
उन्होंने मोहम्मद कैफ के संगम में स्नान और तैराकी को भाईचारे को बढ़ावा देने का कदम बताया।

2. सभी धर्मों को जोड़ा महाकुंभ से

उन्होंने आगे कहा:
“जितने भी गैर-हिंदू हैं, उन्हें मोहम्मद कैफ की तरह प्रयागराज आना चाहिए, संगम में स्नान करना चाहिए और भाईचारा बनाए रखना चाहिए। हमारा कोई हिंदू-मुस्लिम विवाद नहीं है। हम सब एक हैं। सभी धर्मों के लोग—हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई—प्रयागराज में आएं और इसे एकता का प्रतीक बनाएं।”

संगम में पुरानी यादें ताजा करते मोहम्मद कैफ

1. प्रयागराज से गहरा जुड़ाव

मोहम्मद कैफ मूल रूप से प्रयागराज के रहने वाले हैं। महाकुंभ की तैयारियों के बीच वह अपने गृहनगर लौटे और संगम के घाटों पर पहुंचे, जहां उनका बचपन बीता।

2. बेटे के साथ संगम की सैर

  • उनके बेटे ने नाव की सवारी की इच्छा जताई, जिसके बाद कैफ उसे लेकर संगम पहुंचे।
  • इस दौरान उन्होंने अपने बेटे को गंगा-यमुना के संगम, महाकुंभ, और स्नान पर्वों के महत्व के बारे में बताया।
  • कैफ ने यह भी साझा किया कि उन्होंने बचपन में यमुना नदी में तैराकी सीखी थी।

संगम में डुबकी और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

1. नदी में कूदने का वीडियो वायरल

मोहम्मद कैफ ने संगम में डुबकी लगाते हुए अपना वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया।
वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन लिखा:
“अबे, इसी यमुना जी में तैराकी सीखा हूं 😀।”

2. फैंस ने किया सराहना

  • सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ और कैफ के फैंस ने उनकी सादगी और इस सांस्कृतिक पहल की जमकर सराहना की।
  • कई लोगों ने इसे भारतीय संस्कृति और विभिन्न धर्मों के बीच एकता का प्रतीक बताया।

स्वामी रविंद्र पुरी का स्वागत संदेश

1. गैर-हिंदुओं को प्रेरणा लेने की अपील

स्वामी रविंद्र पुरी ने कहा:
“मोहम्मद कैफ ने जो किया, वह अद्भुत है। हर गैर-हिंदू को इसे फॉलो करना चाहिए और संगम में स्नान के जरिए सांस्कृतिक एकता को प्रोत्साहित करना चाहिए।”

2. महाकुंभ में भाईचारे की उम्मीद

उन्होंने महाकुंभ के दौरान हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी को शामिल होने और इसे एकता का महोत्सव बनाने का आह्वान किया।

मोहम्मद कैफ की प्रेरणादायक पहल

1. बचपन की यादों को किया ताजा

कैफ ने संगम घाटों पर तैराकी करते हुए न केवल अपनी पुरानी यादों को ताजा किया बल्कि अपने बेटे को भी भारतीय संस्कृति और प्रयागराज के महत्व से रूबरू कराया।

2. सांप्रदायिक एकता का संदेश

उनकी इस पहल ने यह संदेश दिया कि धर्म और सांस्कृतिक गतिविधियां मिलकर समाज को एकता के सूत्र में पिरो सकती हैं।