महाकुंभ 2025: गीता प्रेस का विशेष कैंप, श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक ज्ञान का अनमोल खजाना

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प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले में गीता प्रेस ने अपनी समृद्ध धार्मिक धरोहर को श्रद्धालुओं तक पहुंचाने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। इस बार, गीता प्रेस ने महाकुंभ के दौरान एक भव्य कैंप स्थापित करने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य धार्मिक साहित्य और आध्यात्मिक ज्ञान को हर वर्ग के श्रद्धालुओं तक पहुंचाना है।

गीता प्रेस का भव्य कैंप: अनोखा पुस्तकालय

गीता प्रेस का कैंप एक अनोखे पुस्तकालय के रूप में तैयार किया गया है, जहां श्रद्धालु धर्म, संस्कृति, और आध्यात्मिकता के गहरे अर्थ को समझ सकेंगे।

  • उपलब्ध पुस्तकें:
    • श्रीमद्भगवद्गीता, रामचरितमानस, पुराण, और अन्य प्रमुख धार्मिक ग्रंथ।
    • ये पुस्तकें विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध होंगी, ताकि हर क्षेत्र और भाषा के श्रद्धालु इसका लाभ उठा सकें।
  • उद्देश्य:
    • श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान से जोड़ना।
    • भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रसार।

विशेष पुस्तिका: महाकुंभ पर्व

गीता प्रेस इस महाकुंभ में ‘महाकुंभ पर्व’ नामक एक विशेष पुस्तिका लेकर आ रहा है।

  • पुस्तिका की विशेषताएं:
    • महाकुंभ और अर्धकुंभ के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को उजागर करती है।
    • कीमत: केवल ₹5।
    • उद्देश्य: हर वर्ग के श्रद्धालु इसे आसानी से खरीद सकें और महाकुंभ की परंपराओं और दर्शन से परिचित हो सकें।

आधुनिक तकनीक से पुस्तक वितरण

गीता प्रेस के ट्रस्टी देवीदयाल अग्रवाल ने बताया कि आधुनिक मशीनों की मदद से अब बड़े पैमाने पर किताबें छापी जा रही हैं।

  • लक्ष्य:
    • महाकुंभ के लिए ₹5 करोड़ तक का साहित्य वितरण।
  • डिस्ट्रिब्यूशन प्लान:
    • पुस्तकों को 10 जनवरी 2025 तक कैंप में पहुंचाने की योजना।
    • ट्रकों के माध्यम से समय पर डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी।

गीता प्रेस का सराहनीय प्रयास

गीता प्रेस का यह कदम न केवल श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक वातावरण का अनुभव कराएगा, बल्कि उन्हें धार्मिक ज्ञान से भी समृद्ध करेगा।

  • महाकुंभ का महत्व:
    • यह प्रयास हर व्यक्ति को भारतीय संस्कृति के अमूल्य साहित्य से जोड़ने का काम करेगा।
    • गीता प्रेस का कैंप धार्मिक साहित्य को सुलभ बनाकर सांस्कृतिक धरोहर के प्रचार-प्रसार का एक प्रभावी माध्यम बनेगा।