नई दिल्ली: सट्टेबाजी ऐप महादेव के मालिक सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद चंद्राकर के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है. जल्द ही चंद्राकर को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा.
सूत्रों ने बताया कि एक हफ्ते के अंदर सौरभ को भारत लाया जाएगा. चंद्राकर पर ऐप के जरिए लाखों लोगों से अरबों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सकता है.
ईडी ने इस मामले में अब तक कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि अपराध से अनुमानित आय करीब 6,000 करोड़ रुपये है.
ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच कर रही है। यह मामला छत्तीसगढ़ में तब सामने आया जब कांग्रेस सत्ता में थी.
राज्य में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद ईओडब्ल्यूए ईडी द्वारा शुरू की गई एक रिपोर्ट के आधार पर मार्च में आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल समेत ऐप प्रमोटर रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिलकुमार अग्रवाल का नाम शामिल है.
ईडी ने कहा है कि उसकी जांच में छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेताओं और अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है. इस ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल हैं जो दुबई में रहकर सट्टेबाजी का अवैध कारोबार चला रहे थे।
ईडी ने दावा किया कि ऐप एक व्यापक सिंडिकेट था जो नए उपयोगकर्ताओं को पंजीकृत करने, उपयोगकर्ता आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के माध्यम से धन शोधन करने के लिए अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों के लिए एक ऑनलाइन मंच संचालित करता था।