महादेव ऐप का मास्टरमाइंड रवि उप्पल दुबई से फरार ,ED की पकड़ से पहले ही लगाया चूना

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News India Live, Digital Desk: हजारों करोड़ रुपये के महादेव बेटिंग ऐप घोटाले के मुख्य सरगनाओं में से एक, रवि उप्पल के संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से फरार होने की खबर ने भारतीय जांच एजेंसियों को सकते में डाल दिया है। सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा उसके प्रत्यर्पण की कोशिशें तेज करने से ठीक पहले ही उप्पल दुबई से भाग निकला। यह इस हाई-प्रोफाइल मामले में एक बहुत बड़ा और नाटकीय मोड़ है।

रेड कॉर्नर नोटिस के बावजूद कैसे हुआ फरार?

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रवि उप्पल के खिलाफ इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका था। इसके बावजूद उसका दुबई से भाग निकलना स्थानीय अधिकारियों और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। माना जा रहा है कि उप्पल ने किसी दूसरे देश के नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल कर यह फरारी की है। उसके किसी अफ्रीकी देश में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है।

कौन है रवि उप्पल?

रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर के साथ, महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप का सह-संस्थापक (Co-founder) है। छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला उप्पल इस पूरे सट्टेबाजी सिंडिकेट का मास्टरमाइंड माना जाता है। इस ऐप के जरिए इन लोगों ने न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के कई देशों में अपना नेटवर्क फैलाया और हजारों करोड़ रुपये की अवैध कमाई की। इस घोटाले में कई बॉलीवुड हस्तियों और राजनेताओं के नाम भी सामने आ चुके हैं।

ED की कोशिशों को लगा बड़ा झटका

प्रवर्तन निदेशालय (ED) पिछले काफी समय से रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के प्रत्यर्पण के लिए UAE सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा था। कुछ समय पहले उप्पल को दुबई में हिरासत में भी लिया गया था, जिसके बाद से उसके भारत लाए जाने की उम्मीदें बढ़ गई थीं। लेकिन अब उसके फरार हो जाने से ED की सारी मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

यह घटना दिखाती है कि इस घोटाले के आरोपी कितने शातिर हैं और उनकी पहुंच कितनी गहरी है। अब भारतीय जांच एजेंसियों के लिए रवि उप्पल को पकड़ना एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस फरारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय अपराधियों से निपटना कितना मुश्किल और जटिल हो सकता है।

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