Maha Kumbh Mela Fire: जानिए क्या हुआ, कैसे संभाली गई स्थिति

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Harsha Richhariya Viral Post: रविवार, 19 जनवरी की दोपहर महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर 19 में एक भयानक आग लग गई, जिसने पूरे इलाके में अफरातफरी मचा दी। शास्त्री ब्रिज के पास स्थित इस क्षेत्र में आग इतनी भयंकर थी कि इसकी लपटें दूर-दूर तक दिखाई दीं। घटना के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीमों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। हालांकि इस हादसे ने इलाके में बड़े पैमाने पर नुकसान किया, लेकिन राहत की बात यह रही कि कोई हताहत नहीं हुआ।

आग लगने की वजह और नुकसान

सूत्रों के अनुसार, आग गीता प्रेस गोरखपुर अखिल भारतीय धर्म संघ के टेंट में लगी थी। आग की लपटों ने कई टेंटों को जलाकर राख कर दिया। इनमें रखा सामान पूरी तरह खाक हो गया। सौभाग्य से, किसी के घायल होने या जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने तेजी से हालात को काबू में कर लिया, जिससे और ज्यादा नुकसान होने से बचा लिया गया।

साध्वी हर्षा रिछारिया ने सोशल मीडिया पर जताई चिंता

महाकुंभ के इस हादसे को लेकर साध्वी हर्षा रिछारिया ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से चिंता व्यक्त की। उन्होंने लिखा:
“महादेव सबकी रक्षा करें। प्रशासन के अधिकारी पूरी तत्परता से राहत कार्य में जुटे हुए हैं।”
उनके इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। लोग महादेव से सबकी सुरक्षा की प्रार्थना करने लगे।

राहत कार्यों की जमकर सराहना

आग बुझाने और स्थिति को नियंत्रित करने में एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सराहनीय काम किया। उनके प्रयासों को देखकर लोग सोशल मीडिया पर उनकी प्रशंसा कर रहे हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने सभी पंडालों को खाली करने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का निर्णय लिया।

हर्षा रिछारिया का पोस्ट हुआ वायरल

महाकुंभ के दौरान साध्वी वेश में दिखने वाली हर्षा रिछारिया का सोशल मीडिया पोस्ट तेजी से वायरल हो गया। उनकी पोस्ट में महादेव से सबकी सुरक्षा की प्रार्थना की गई थी। इस पोस्ट पर हजारों प्रतिक्रियाएं आईं, जहां लोग अपनी चिंता और सहानुभूति प्रकट कर रहे थे।

आग ने सबको किया सावधान

इस घटना ने महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा इंतजामों की जरूरत को एक बार फिर उजागर किया। प्रशासन और सुरक्षा टीमों की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। इस घटना के बाद से स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता को और मजबूत करने का फैसला किया है।