भोपाल, 6 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से गर्मी तीखे तेवर दिखने लगी है। सोमवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के अधिकांश शहरों में भीषण गर्मी पड़ी। इस सीजन में पहली बार प्रदेश के पांच शहरों दमोह, टीकमगढ़, खजुराहो, सतना और नौगांव में पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया। सबसे ज्यादा गर्म नौगांव रहा। यहां अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, दमोह, टीकमगढ़-खजुराहो में 43 डिग्री और सतना में पारा 43.2 डिग्री दर्ज किया गया। इस कारण यहां पर गर्म हवाएं भी चली। हालांकि, सोमवार को छिंदवाड़ा में बूंदाबांदी हुई।
कुल मिलाकर प्रदेश में मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो उत्तरी हिस्से ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों सहित आसपास के क्षेत्रों में तापमान लगातार बढ़ रहा है तो पूर्वी हिस्सों में जबलपुर, मंडला, बालाघाट सहित आसपास के इलाकों में बादल छाने लगे हैं। इन इलाकों में मंगलवार को कई जगहों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। तेज हवाएं चलने के साथ कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं।
मौसम विभाग के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रमेंद्र सिंह ने बताया कि चंबल, ग्वालियर संभाग में उत्तरी हिस्सों में तापमान में बढ़त का क्रम जारी है। यहां मंगलवार को तापमान और बढ़ेगा और कई जगहों पर लू जैसे हालात बनेंगे, जबकि बुधवार आठ मई को ग्वालियार, शिवपुरी, दतिया, गुना अशोकनगर सहित खंडवा, खरगोन से लू चलने की चेतावनी जारी की गई है। राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
उन्होंने बताया कि छिंदवाड़ा, बालाघाट, पांर्ढूना, सिवनी और अनूपपुर में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इस बीच हवाओं की गति 40 से 50 किमी प्रति घंटे तक रहेगी। अनूपपुर, शहडोल में सोमवार रात से मौसम में बदलाव दिखना शुरू हो जाएगा।
9 मई को आएगा एक नया पश्चिमी विक्षोभ
भोपाल के मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार, वर्तमान में एक नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान पर द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। दूसरा पश्चिमी विक्षोभ भी द्रोणिका के रूप में पाकिस्तान पर सक्रिय है। राजस्थान एवं मराठवाड़ा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद हैं। साथ ही मराठवाड़ा से लेकर विदर्भ एवं छत्तीसगढ़ से होते हुए मेघालय तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इसके असर से पूर्वी हिस्सों में बादल छाए हुए हैं। इधर, एक नया पश्चिमी विक्षोभ नौ मई को आने का अनुमान है, जिसके असर से मौसम एक बार फिर बदलेगा।