मध्य प्रदेश: नए साल की शुरुआत यानी 5 जनवरी को ही एमपी में तीन पंचायतों के नाम बदल दिए गए. अब 12 जनवरी को एक बार फिर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 11 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की है. इस बार शाजापुर जिले के कालापीपल में जनता को संबोधित करते हुए यह घोषणा की गई।
शाजापुर जिले के गांवों के नाम बदले गए
सीएम ने कहा कि ‘निपनिया हिसामुद्दीन’ का नाम बदलकर ‘निपनिया देव’ रखा जाएगा, ‘ढाबला हुसैनपुर’ का नाम बदलकर ‘ढाबला राम’ रखा जाएगा, ‘मोहम्मदपुर पावड़िया’ का नाम बदलकर ‘रामपुर पावड़िया’ रखा जाएगा, ‘खजुरी अल्लाहदाद’ को जाना जाएगा. ‘खजूरी राम’ के रूप में.
इसके अलावा ‘हाजीपुर’ से ‘हीरापुर’, ‘मोहम्मदपुर मचनई’ से ‘मोहनपुर’, ‘रिछारी’ से मुरादाबाद से ‘रिछारी’, ‘खलीलपुर’ (ग्राम पंचायत सिलुंडा) से ‘रामपुर’, ‘एंछोड़’ से ‘उंचावद’, ‘ घट्टी’ मुख्त्यारपुर को ‘घट्टी’ तथा ‘शेखपुर बोंगी’ को ‘अवधपुरी’ कहा जाएगा।
सीएम ने कहा- विधायक कह रहे हैं कुछ फंसा है
सीएम मोहन यादव ने कहा, ‘विधायक ने कहा कि कुछ नाम अटका रहे हैं, खटक रहे हैं. मैं कुछ भी गलत नहीं कर रहा हूं. क्योंकि मोहम्मदपुर मचनई में कोई मोहम्मद है ही नहीं तो ऐसा नाम क्यों! अगर वहां कोई मुस्लिम भाई हैं तो यही नाम रखें, अगर नहीं हैं तो विधायक के कहे अनुसार नाम बदलकर मोहनपुर कर दिया जाता है.’
इसी तरह ढाबला हुसैनपुर और मोहम्मदपुर पवरिया का नाम बदलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आपने कहा था कि जब ढाबला हुसैनपुर में कोई हुसैन नहीं, तो इसे हुसैनपुर क्यों कहा जाए!, इसलिए आज से इसे ‘ढाबला राम’ के नाम से जाना जाएगा ‘. साथ ही ‘मोहम्मदपुर पवरिया’ को ‘रामपुर पवरिया’ के नाम से जाना जाएगा।