मप्रः बुरहानपुर पुलिस ने पकड़ी अवैध हथियारों की बड़ी खेप, 35 पिस्टल बरामद

बुरहानपुर, 30 अप्रैल (हि.स.)। बुरहानपुर जिले की पुलिस ने एक बार फिर अवैध हथियारों की बड़ी खेप पकड़ी है। साथ ही पाचोरी के पास जंगल में चल रही अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भांडाफोड़ करते हुए पिस्टल बनाने में उपयोग होने वाले औजार भी बरामद किए हैं। इस दौरान पुलिस ने 35 पिस्टल भी बरामद की है।

पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने मंगलवार शाम पत्रकार वार्ता में बताया कि राजपाल जुनेजा निवासी ग्राम गारी थाना बिस्टान जिला खरगोन को अंतरराज्यीय सीमा पांढरी चेकपोस्ट पर पकड़ा गया। उसके पास से 15 पिस्टल बरामद हुईं। पूछताछ के आधार पर पुलिस पाचोरी के पास जंगल में पहुंची और अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री के साथ तैयार कर रखी गई 20 और पिस्टल बरामद की। हालांकि इस दौरान मौके का फायदा उठा कर यह फैक्ट्री चलाने वाले दो सिकलीगर सुनील सिंह और तीरथ सिंह निवासी ग्राम पाचोरी फरार होने में सफल रहे।

उन्होंने बताया कि अवैध हथियार तस्करी के खिलाफ यह पूरी कार्रवाई नेपानगर थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल और खकनार थाना प्रभारी विनय आर्य के नेतृत्व में संयुक्त रूप से की गई। राजपाल को पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया जब वह अवैध हथियारों के साथ मप्र की सीमा पार कर महाराष्ट्र के धारणी जाने का प्रयास कर रहा था। बरामद की गई पिस्टलों का बाजार मूल्य सवा पांच लाख रुपये आंका गया है।

पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने बताया कि राजपाल जुनेजा के परिवार के सदस्य भी हथियारों की अवैध तस्करी में लिप्त हैं। मंगलवार को ही खरगोन पुलिस ने भी उसके चाचा को अवैध पिस्टलों के साथ गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक खरगोन अतुल सिंह ने अवैध हथियारों के निर्माण व तस्करी पर अंकुश लगाने के निर्देश दे रखे हैं। इस कार्रवाई में खकनार थाने के एएसआई अमित हनोतिया, आरक्षक शुभम पटेल, शादाब अली, संदीप, नेपानगर के एसआई शहाबुद्दीन कुरैशी, प्रधान आरक्षक सुखलाल, गजेंद्र व अनिल शामिल थे। एसपी ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। साथ ही फरार हुए सिकलीगरों पर भी इनाम घोषित किया है।

एसपी ने बताया कि बुरहानपुर पुलिस ने इस साल चार माह के अंदर विभिन्न थाना क्षेत्रों से 75 पिस्टल बरामद की हैं। साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा तस्करों व सिकलीगरों को गिरफ्तर किया है। मंगलवार को पकड़ी गई 35 पिस्टलों से पहले 22 अप्रैल को 10 पिस्टल, चार अप्रैल को 12 पिस्टल, 11 फरवरी को चार और 31 जनवरी को 14 पिस्टल बरामद की थीं।