महिला दिवस से पहले L&T चेयरमैन का ऐलान, महिलाओं को मिलेगी विशेष छुट्टी

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भारत की सबसे बड़ी निर्माण कंपनी लार्सन एंड टूब्रो के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यन एक बार फिर चर्चा में हैं। अब उन्होंने अपनी कंपनी की महिला कर्मचारियों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। एसएन सुब्रमण्यन ने घोषणा की है कि अब कंपनी में काम करने वाली महिला कर्मचारियों को पीरियड्स के दौरान एक दिन की छुट्टी मिलेगी।

 

महिलाओं में मासिक धर्म अवकाश की मांग बहुत अधिक है।

एलएंडटी में कार्यरत 60,000 कर्मचारियों में से लगभग 9 प्रतिशत महिलाएं हैं। नौकरी द्वारा प्रकाशित “द अनफिल्टर्ड ट्रुथ: व्हाट वीमेन प्रोफेशनल्स रियली वांट” नामक रिपोर्ट के अनुसार, 34 प्रतिशत महिला पेशेवरों का मानना ​​है कि मासिक धर्म अवकाश को कार्य नीति में शामिल किया जाना चाहिए।

एलएंडटी के चेयरमैन ने पहले दिया था बयान

इस वर्ष की शुरुआत में एलएंडटी के चेयरमैन एस.एन. सुब्रमण्यन ने अपने एक बयान में कर्मचारियों को सप्ताह में 90 घंटे काम करने की वकालत की थी। अपने कर्मचारियों के साथ ऑनलाइन बातचीत में उन्होंने कहा, “मुझे खेद है कि मैं आपको रविवार को काम पर नहीं रख सकता।” यदि मैं तुम्हें रविवार को भी काम पर ले जा सकूं तो मुझे और भी खुशी होगी, क्योंकि मैं रविवार को भी काम करता हूं। उन्होंने यह भी कहा, ‘तुम घर पर बैठकर क्या कर रहे हो?’ आप अपनी पत्नी से कितनी देर तक मिल सकते हैं? आपकी पत्नी आपको कितनी देर तक देख सकती है? “कार्यालय जाओ और काम करना शुरू करो,” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का केंद्र बन गया। उनकी काफी आलोचना भी हुई।

यहां जानिए कि महिला कर्मचारियों को मासिक धर्म के दौरान कहां छुट्टी मिलती है

अगस्त 2024 से ओडिशा भारत का पहला राज्य बन जाएगा, जहाँ सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं को मासिक रूप से एक दिन की छुट्टी मिलेगी। अब कर्नाटक सरकार भी महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान साल में छह दिन की छुट्टी देने पर विचार कर रही है। इसके लिए तैयार किए गए मसौदे में उल्लेख किया गया है कि महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान कई शारीरिक और भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पीरियड लीव की मदद से वे अपने कार्य-जीवन में संतुलन बना सकेंगे।