प्रेम हत्याकांड: बिहार के बहेरा थाना क्षेत्र के कन्हौली निवासी जीतेंद्र पासवान के पुत्र रघुनंदन पासवान उर्फ राघव पासवान (19) की दूसरे समुदाय की लड़की से प्रेम संबंध के कारण मुंबई में टुकड़े-टुकड़े कर हत्या कर दी गयी.
गुरुवार को जैसे ही इस घटना की खबर सामने आई उनके परिवार में कोहराम मच गया. पिता मुंबई चले गये हैं. बताया जाता है कि रघुनंदन का अपने गांव से करीब चार किलोमीटर दूर इब्राहिमपुर गांव की एक नाबालिग लड़की से प्रेम प्रसंग था. लड़की का परिवार इसके खिलाफ था.
इसकी शिकायत रघुनंदन के परिजनों ने कई बार की. कुछ माह पहले परिजनों ने युवती को इब्राहिमपुर से मुंबई भेज दिया। उसका भाई वहीं रहता है और काम करता है। तीन माह पहले रघुनंदन भी मुंबई गये थे. वहां से वह पुणे अपने दोस्तों के पास जा रहा था.
पुणे से फिर मुंबई आये थे
रघुनंदन समस्तीपुर जिले के सिंघिया थाना क्षेत्र के खैरापुर निवासी रघुनंदन अपने दोस्त आशीष पासवान, सुमित पासवान और गोलू पासवान के साथ 31 अक्टूबर को फिर पुणे से मुंबई के लिए निकले थे. आरोप है कि उसके साथियों ने उसे लड़की के परिजनों के हवाले कर दिया।
उसी दिन रघुनंदन को सात टुकड़ों में काटकर मार डाला गया। इसके बाद शव को ठिकाने लगा दिया गया. उसे बोरे में बंद कर फेंक दिया गया.
हाथ के टैटू से पहचान
एक युवक के हाथ पर बने आरए टैटू की पहचान करने में मददगार साबित हुई। भाईंदर पुलिस ने शव के हिस्सों को जब्त कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
इसी बीच सूचना मिली कि शव को ऑटो से ठिकाने लगाने के लिए कहीं ले जाया गया है. जांच के दौरान पुलिस ने ऑटो चालक को पकड़कर पूछताछ की तो मामला खुल गया।
ऑटो ड्राइवर के बयान के आधार पर पुलिस हत्यारों तक पहुंच गई. पीड़ित परिजनों ने बहेड़ा थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर निवासी लड़की के चार भाइयों और दो महिलाओं पर हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है.
एक दवा की दुकान में काम करते हुए जन्मे प्रेम
रघुनंदन पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। छोटा भाई और उसकी तीन छोटी बहनें स्कूल में पढ़ते हैं। मां अंजू देवी की हालत खराब हो गयी है. परिजनों ने बताया कि रघुनंदन पहले बेनीपुर में एक दवा दुकान में काम करता था. वहां उसे एक लड़की से प्यार हो गया.
दूसरे समुदाय से होने के कारण लड़की के परिजन उसे स्वीकार नहीं कर पा रहे थे। इस संबंध में बहेड़ा थाना प्रभारी चंद्रकांत गौरी ने बताया कि कुछ दिन पहले मुंबई पुलिस ने रघुनंदन पासवान के अपहरण की सूचना दी थी. उनकी हत्या के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है.