देश में एक नया शहर विकसित होने जा रहा है, जो न सिर्फ आवासीय और व्यावसायिक सुविधाएं मुहैया कराएगा, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र भी बनेगा। इस प्रोजेक्ट में 144 गांवों को शामिल किया गया है, जिसे ग्रेटर नोएडा फेज-2 के नाम से जाना जाएगा.
ग्रेटर नोएडा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, खासकर रियल एस्टेट के क्षेत्र में। यहां किफायती से लेकर लक्जरी आवास की पर्याप्त उपलब्धता है।
विकास का विस्तृत मास्टर प्लान
ग्रेटर नोएडा चरण-2 का मास्टर प्लान लगभग 55,970 हेक्टेयर भूमि पर आधारित होगा। यह परियोजना गौतमबुद्ध नगर से लेकर बुलन्दशहर के गुलावठी तक के क्षेत्र में फैली होगी। इस योजना को यूपी सरकार के मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक द्वारा पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है और जल्द ही 40 गांवों की भूमि पर विकास कार्य शुरू किया जा सकता है। यह विकास योजना क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
शिक्षा एवं चिकित्सा हब का विकास
ग्रेटर नोएडा फेस-2 का नया शहर शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है। इसके तहत मास्टर प्लान में 10.4 फीसदी जमीन शैक्षणिक संस्थानों के लिए आरक्षित की गई है, जिसमें यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल होंगे. यह क्षेत्र के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करेगा और उन्हें बेहतर करियर विकल्प प्रदान करेगा।
शॉपिंग सुविधाएं प्रदान की जाएंगी
इसके अलावा, 4.8% भूमि व्यापार केंद्रों और शॉपिंग सेंटरों के लिए निर्धारित की गई है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। यह क्षेत्र न केवल निवासियों की खरीदारी की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि विभिन्न व्यवसायों के लिए एक आकर्षक स्थान भी बन जाएगा।
परिवहन और कनेक्टिविटी में सुधार होगा
ग्रेटर नोएडा चरण- II में परिवहन सुविधाओं के लिए 13.2% भूमि आरक्षित है, जिसमें मेट्रो और हाई-स्पीड ट्रेन जैसी आधुनिक परियोजनाएं शामिल हैं। इन सुविधाओं के माध्यम से क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे क्षेत्रवासियों को आवागमन में आसानी होगी। इससे अन्य शहरों से कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी, जिससे ग्रेटर नोएडा का महत्व भी बढ़ेगा।
निवेश के कई अवसरों के बीच,
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार ने कहा कि विकास से रियल एस्टेट की मांग भी बढ़ेगी। नई सुविधाएं, बेहतर कनेक्टिविटी और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। इस योजना के तहत ग्रेटर नोएडा फेज-2 में विकसित की जाने वाली सुविधाएं इसे दिल्ली-एनसीआर में सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में से एक बना सकती हैं।