भगवान परशुराम जन्मोत्सवः शास्त्री नगर में परशुराम जी की हुई प्राण प्रतिष्ठा

जयपुर, 10 मई (हि.स.)। सर्व ब्राह्मण महासभा की और से आराध्य भगवान परशुराम की प्राण प्रतिष्ठा शास्त्री नगर स्थित कांवटिया सर्किल पर स्थित पीपलेश्वर महादेव मंदिर में पूर्ण विधि विधान से हुई। आज से यहां भगवान परशुराम का नियमित पूजन अर्चन प्रारम्भ हो गया है।

कार्यक्रम संयोजक आशीष पराशर ने बताया कि इस अवसर पर ग्यारह विद्वान पण्डितों से विधि विधान से वैदिक मंत्रो के साथ भगवान की प्राण प्रतिश्ठा की। मुख्य यजमान रोहित शर्मा धर्मपत्नी सरोज ने प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व पंचकुण्डीय यज्ञ,गणेश मण्डल पूजन, अर्चना,जलाधिवास, अन्नाधिवास, माहान्यास प्राण प्रतिश्ठा के साथ परशुराम की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस अवसर पर विभिन्न अधिवास, स्नान, अभिशेक किया गया। पंडितों ने ‘‘तन्नो परशुराम प्रचोदयात’’ मंत्र के साथ हवन में आहुतियां अर्पित की। पुरूशुक्त से भगवान परशुराम का विधिवत पूजन कर प्राणो का आह्वान किया गया। इस अवसर पर नगर परिक्रमा के भाव से पहले मूर्ति की यात्रा निकाली गई। जिसमें षंक, ध्वनी, घण्टे-घडियाल बजाते हुये परशुराम जी के जयकारे के साथ तपती धूप में सैंकडो महिलायो और श्रद्वालुओं ने नंगे पाव परिक्रमा की। इसके बाद प्रतिमा को विराजमान कर महाआरती की गई। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने घोषणा की है कि हर वर्ष जयपुर के प्रमुख मंदिरों में भगवान परशुराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। जयपुर में 32वीं भगवान परशुराम की प्राण प्रतिष्ठा हुई है और आज हम संकल्प लेते है कि जयपुर में सौ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। साथ ही मिश्रा ने राज्य सरकार से मांग की है कि सरकार वह जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध करवाये। जिससे की भगवान परशुराम पीठ की स्थापना की जा सके। महासभा ने 111 फीट की भगवान परशुराम जी की मूर्ति लगाने का अभियान भी चला रखा है।

मिश्रा ने कहा कि भगवान परशुराम के बताये हुये पद्चिन्हों पर युवाओं को चलना चाहिए। उन्होने इस अवसर पर कहा कि पूरे प्रदेश में 100 भगवान परशुराम जी की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा का संकल्प लेता हूं। जिस भी मंदिर में परशुराम जी की मूर्ति की आवश्यकता होगी वो मैं निशुल्क उपलब्ध कराउंगा। वहीं 15 मई को शस्त्र पूजन कर, शस्त्र एवं शास्त्र के ज्ञाता भगवान परशुराम की पूजा की जायेगी।

भगवान परशुराम की जयंती पर निकाली बाइक रैली

इधर अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम की जयंती के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम किए गए जयपुर शहर में दर्जन भर से ज्यादा पूजन,रैली,महाआरती आदि कार्यक्रम किए गए। इसी कड़ी में वैशाली नगर में सांगानेर से कांग्रेस विधायक प्रत्याशी पुष्पेंद्र भारद्वाज के बेटे कार्तिकेय भारद्वाज ने मोटर साइकिल रैली का आयोजन किया वैशाली नगर में नर्सरी सर्किल पर सैकड़ों लोग अपनी मोटर साइकिलों पर भगवा झंडा लगाए हुए इकट्ठे हुए वहां से भगवान परशुराम जी के नारे लगाते हुए मुख्यमार्गों से होते हुए झारखंड महादेव मंदिर पहुंचे जहां कार्तिकेय भारद्वाज ने सभी युवा साथियों को संबोधित किया और बताया कि भगवान परशुराम जी भगवान विष्णु जी के छठे अवतार हैं। उन्होंने 21 बार इस धरती से पापियों का नाश किया था और कलयुग में 7 चिरंजीवियों में से एक भगवान परशुराम हैं वह शस्त्र और शास्त्र दोनो के ज्ञाता थे।

ब्राह्मण समाज ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर सर्व समाज को कुरीतियाँ ख़त्म और अपव्यय कम करने का आह्वाहन किया

इधर भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर पूजन और आरती महावीर स्कूल में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने किया । जिसमे भगवान परशुराम के पूजन में सांसद राम चरण बोहरा, लोकसभा प्रत्याशी मंजु शर्मा, हवामहल विधायक बाल मुकुंद महाराज, आमेर विधायक प्रशांत शर्मा ग्रेटर नगर निगम मेयर सौम्या गुर्जर, हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर, डिप्टी मेयर पुनीत कर्णावत, चेयर मैंन जितेंद्र श्रीमाली ब्राह्मण समाज के विभिन्न संगठन अध्यक्ष सुरेश मिश्रा, एसडी शर्मा, बिरदीचंद शर्मा, पंकज थोई, नटवर लाल शर्मा, सुरेंद्र पाराशर, जितेश शर्मा एव सर्व समाज के गणमान्य लोगो द्वारा पूजन कर समरसता का सन्देश दिया। विशेष रथ में भगवान परशुराम जी की आरती घंटी शंख और ढोल नगाड़ो आतिश वाजी के साथ हुई और मोती डूंगरी गणेश जी का प्रसाद वितरण हुआ।

इस अवसर पर लोक सभा अध्यक्ष ने उदबोधन में कहाँ कि भगवान परशुराम शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता थे और कब शस्त्र का प्रयोग और कब शास्त्र का प्रयोग करना है ये उनकी जीवनी से समझने की आवश्यकता है भगवान और महापुरुषों के आयोजनों में सर्व समाज को बुलाने की तारीफ़ करते हुए कहा कि ये सनातन धर्म और सामाजिक समरसता की मज़बूती के लिए अच्छा कदम है और इसकी ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जी से जुड़े कई धार्मिक स्थानों का केंद्र सरकार द्वारा विकास किया गया है और भी आगे इसके प्रयास होंगे। अरुणाचल प्रदेश में परशुराम जी की तपोस्थली का विकास किया गया है। ब्राह्मण समाज को दिशा देता है इसलिए ब्राह्मणों को संस्कारित और ज्ञानी होना आवश्यक है। आयोजक विप्र महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील उदेईया ने स्वागत उद्बोधन में सर्व जाति और समाज में सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपील की गई और युवा वर्ग द्वारा इसके लिए प्रयास करने होंगे जिस पर सभी उपस्थित लोगों ने यह शपथ ली। साथ ही परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष ने अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद अर्पित किया।