लोकसभा चुनाव: प्रदेश की 12 सीटों पर शुक्रवार को मतदान, 114 प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला

जयपुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में राजस्थान की बारह लोकसभा सीटों पर शुक्रवार 19 अप्रेल को वोट डाले जाएंगे। इन बारह सीटों पर मतदान कराने के लिए गुरुवार को मतदान दलों ने अपने पोलिंग बूथ पर पहुंच कर चुनाव की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। पहले चरण में गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के 24,370 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा। इन 12 सीटों पर 2.54 करोड़ मतदाता 114 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदाता सुबह 7 से शाम 6 बजे तक वोट डाल सकेंगे।

पहले चरण में बारह लोकसभा क्षेत्रों में से जयपुर सीट से भाजपा की मंजू शर्मा तथा कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास, जयपुर ग्रामीण से भाजपा के राव राजेंद्र सिंह तथा कांग्रेस के अनिल चोपड़ा, दौसा से भाजपा के कन्हैया लाल मीणा तथा कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा, भरतपुर से भाजपा के रामस्वरूप कोली तथा कांग्रेस की संजना जाटव, धौलपुर-करौली सीट से भाजपा की इंदु देवी जाटव तथा कांग्रेस के भजन लाल जाटव, बीकानेर से भाजपा से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल तथा कांग्रेस से गोविंद राम मेघवाल, श्रीगंगानगर से भाजपा की प्रियंका बैलान तथा कांग्रेस के कुलदीप इंदौरा, सीकर से भाजपा के स्वामी सुमेधानंद तथा इंडी गठबंधन के प्रत्याशी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अमराराम, झुंझुनू सीट से भाजपा के शुभकरण चौधरी तथा कांग्रेस के बृजेंद्र ओला, नागौर सीट से भाजपा की ज्योति मिर्धा तथा इंडी गठबंधन के प्रत्याशी आरएलपी के हनुमान बेनीवाल, चूरू से कांग्रेस की राहुल कस्वां तथा भाजपा के देवेंद्र झांझरिया तथा अलवर से केंद्रीय मंत्री भाजपा के भूपेंद्र यादव तथा कांग्रेस के ललित यादव के चुनावी भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो जाएगा। पहले फेज की बारह लोकसभा सीटों में सबसे ज्यादा पंद्रह उम्मीदवार जयपुर ग्रामीण सीट से मैदान में हैं। सबसे कम चार कैंडिडेट करौली-धौलपुर सीट पर हैं। मतदान के दिन शुक्रवार शाम तक सभी 12 लोकसभा क्षेत्रों में ड्राई डे रहेगा। इन बारह सीटों पर इंटर स्टेट बॉर्डर सील रहेंगे। पहले चरण के मतदान के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में मतदान वाले गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव से संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चयनित 12,680 मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। कंट्रोल रूम के माध्यम से इन बूथों पर निगरानी रखी जाएगी। मतदान कार्य में कुल 29,270 बैलट यूनिट, 29,270 कंट्रोल यूनिट और 31,550 वीवीपैट मशीनें (रिजर्व सहित) उपयोग में ली जाएंगी। प्रथम चरण में 24,370 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे। इसमें 5729 शहरी, 17922 ग्रामीण सहित 719 सहायक मतदान केंद्र शामिल हैं। साथ ही, मतदान प्रोत्साहन के लिए महिलाओं और युवाओं द्वारा 768-768 तथा 96 मतदान केंद्र दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किए जाएंगे।

गुप्ता ने बताया कि इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1,14,069 सर्विस वोटर और 2,53,15,541 लाख सामान्य मतदाताओं सहित कुल 2,54,29,610 मतदाता हैं। इनमें 1,33,99,914 पुरुष, 1,20,29,392 महिला और 304 ट्रांसजेंडर हैं। यहां 7,98,520 मतदाता 18-19 वर्ष और 63,40,090 मतदाता 20-29 वर्ष आयु के हैं। 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 2,70,101 और 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 8,699 है। इन क्षेत्रों में 2,51,250 दिव्यांग मतदाता हैं। सर्वाधिक मतदाता जयपुर लोकसभा क्षेत्र में 22,88,793 हैं, जबकि दौसा लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम 19,03,520 वोटर हैं।

गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में मतदान वाले 12 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 114 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इनमें 102 पुरुष और 12 महिलाएं हैं। सर्वाधिक 15 प्रत्य़ाशी जयपुर ग्रामीण और सबसे कम 4 प्रत्य़ाशी करौली-धौलपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए 2,367 सेक्टर ऑफिसर तैनात किए गए हैं। यह अधिकारी मतदान दलों के साथ सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे। ईवीएम में तकनीकी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे, जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केंद्रों पर पहुंचेंगे।

गुप्ता ने बताया कि 1.10 लाख से अधिक मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे। सभी बूथों पर मतदान के लिए व्हीलचेयर सहित पेयजल और छाया सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 76,962 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें राजस्थान पुलिस के कार्मिकों के साथ-साथ, होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवान तैनात किए गए हैं। केंद्रीय पुलिस बलों की 175 कंपनियां भी मतदान के दौरान कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा में सहयोग करेंगी। इन कंपनियों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है। मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात रहेंगे। चुनाव खर्च के लिहाज से संवेदनशील मतदान केंद्रों में अतिरिक्त निगरानी टीमें तैनात की जाएंगी। गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4,850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी।

गुप्ता ने बताया कि मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिए राज्य और जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है। इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केंद्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉक पोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केंद्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे।

प्रथम चरण में मतदान वाले लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित जिलों में लगभग 19 हजार छोटे-बड़े वाहनों का अधिग्रहण किया गया है। मतदान दल, सुरक्षाकर्मी, ईवीएम मशीन तथा सेक्टर ऑफिसर के आने-जाने में सुगमता के लिए इन वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है।