लोकसभा चुनाव 2024: क्या इस बार वायनाड से राहुल गांधी के लिए आसान नहीं होगी सीट? जानिए क्यों परेशान हैं वहां के लोग

कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है. इस बार राहुल गांधी के लिए वायनाड का मुकाबला 2019 जितना आसान नहीं है. इसकी वजह सिर्फ सीपीएम नेता एनी राजा की उम्मीदवारी नहीं है बल्कि वायनाड के स्थानीय मुद्दे भी राहुल गांधी के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. 

सबसे बड़ा मुद्दा लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले जंगल हैं. आंकड़ों के मुताबिक, वायनाड जिले का करीब 36 फीसदी हिस्सा जंगल के अंतर्गत आता है. जंगली जानवरों के हमलों से स्थानीय लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. वायनाड लोकसभा क्षेत्र के सुल्तान बाथरी शहर के पास वडक्कनाड गांव से जाने वाली सड़क पर लोग 6 बजे अपनी दुकानें बंद कर देते हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक शाम ढलने के बाद लोग इस सड़क से गुजरने से डरते हैं. वायनाड में जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. तीन साल से लोग जल्द से जल्द अपने घरों में सोने जा रहे हैं. 

इस बात को लेकर स्थानीय लोग भी परेशान हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक किसान ने राहुल गांधी से नाराजगी जताते हुए कहा कि हर कोई पूछ रहा है कि हमारे सांसद राहुल गांधी ने वडनाद में वन्यजीवों के हमले को रोकने के लिए क्या किया है. अगर वह कभी इस मुद्दे को संसद में उठाते हैं, तो वह फिर से जीत सकते हैं लेकिन वह हमें इस मुद्दे पर कोई आश्वासन नहीं दे रहे हैं। 

केरल के कई निर्वाचन क्षेत्रों में यह एक प्रमुख चुनावी मुद्दा माना जाता है। लेकिन वायनाड में हालात गंभीर दिख रहे हैं. जहां इस साल अब तक तीन लोगों को जंगली हाथियों ने कुचल कर मार डाला है. एलडीएफ, कांग्रेस और बीजेपी इस गंभीर संकट के लिए एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इसने कई कृषक परिवारों को वन क्षेत्रों के पास की उनकी भूमि से विस्थापित कर दिया है।