लोकसभा चुनाव 2024: 44 दिवसीय चुनाव प्रचार का आखिरी दिन, 57 सीटों पर हो रही है वोटिंग

लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण के लिए आज मतदान का दिन है। जिसमें सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों पर वोटिंग हो रही है. जिसमें पीएम मोदी की वाराणसी में होने वाली सभा भी शामिल है. आज जिन सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें पंजाब और यूपी से 13-13, पश्चिम बंगाल से 9, बिहार से 8, ओडिशा से 6, हिमाचल प्रदेश से 4, झारखंड से 3 और चंडीगढ़ से एक सीट शामिल है। चुनाव नतीजे 4 जून को आएंगे.

सुबह 7 बजे शुरू हुई वोटिंग
इन 57 सीटों पर वोटिंग शुरू हो गई है जो शाम 6 बजे तक चलेगी. फिर एग्जिट पोल आएंगे जो मतदाताओं के मूड का खुलासा करेंगे।  

कई दिग्गजों का भविष्य दांव पर
इस चरण के मतदान में कई दिग्गज राजनीतिक नेताओं का भविष्य दांव पर लग रहा है. जिसमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर से, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से, लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र से और अभिनेत्री कंगना रनौत मंडी सीट से चुनाव लड़ रही हैं. कहा जा सकता है कि देश में सबसे लंबे समय तक चलने वाला लोकसभा चुनाव आज खत्म हो रहा है. पीएम मोदी तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं. 

अन्य दिग्गज नेताओं में पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद के खिलाफ कांग्रेस से मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजीत हैं। मंडी सीट से कंगना के खिलाफ कांग्रेस के राजघराने के विक्रमादित्य मैदान में हैं. गाजीपुर में अफजाल अंसारी का गढ़ तोड़ने के लिए बीजेपी ने भी खूब मेहनत की है. पारसनाथ राय मुलाबला में हैं. मिर्ज़ापुर में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल हैं. उनका मुकाबला बीजेपी के बागी रमेश बिंद से है. 

 

क्या बीजेपी पूरा करेगी 400 का नारा?
ऐसे में आखिरी राउंड की लड़ाई दिलचस्प है. बीजेपी ने जातीय गणित के जरिए पूर्वांचल हासिल किया है. बंगाल में भी टीएमसी ने पिछली बार सभी 9 सीटें जीती थीं, जिनमें से आधी सीटों पर बड़ा अंतर था. बीजेपी को पंजाब से खास उम्मीद है. क्योंकि वहां आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ नहीं है और बीजेपी ने दोनों के कई नेताओं को टिकट दिया है. हालांकि ये तो चुनाव के नतीजे आने पर ही पता चलेगा कि ये दांव सफल रहा या फेल. 

हालांकि, बीजेपी हमेशा से अपने रुख पर कायम है कि अब की बार 400 के पार ही जाएगी. लेकिन इंडिया अलायंस ने 5वें चरण के मतदान के बाद यह बात शुरू कर दी कि वे 300 के पार जा रहे हैं. इससे पहले उनके नेता सिर्फ बीजेपी की सीटों के बारे में बात कर रहे थे, अपनी सीटों के बारे में नहीं. यह भी पता चलना चाहिए कि इस संबंध में किन नेताओं ने क्या बयान दिया है. 

तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी को 240 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी. अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि बीजेपी 220 सीटें लेकर आएगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी को 200 सीटें भी नहीं मिलेंगी. ममता बनर्जी ने भी यही आंकड़ा दिया कि बीजेपी 200 सीटों पर रुक जाएगी. प्रियंका गांधी ने इसमें 20 सीटें कम कर दीं और कहा कि बीजेपी को 180 सीटें मिलेंगी. राहुल गांधी ने भी 30 सीटें कम कर दीं और कहा कि सिर्फ 150 सीटें मिलेंगी. अखिलेश यादव ने 10 सीटें और कम कर दीं और कहा कि बीजेपी 140 पर अटक जाएगी. 

अब जब चुनाव अपने अंतिम चरण में है तो एक ही कमी नजर आई है और वो ये कि विपक्ष अब खुद को 300 पार मान रहा है. जबकि बीजेपी के आत्मविश्वास में 400 पार को लेकर कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. जो भी हो…किसके दावे और विश्वास कितने सच होंगे ये तो 4 जून को नतीजे आने पर ही पता चलेगा.