
पाकिस्तान अब आतंकियों के सहारे नहीं, बल्कि खुद अपनी सेना को भारतीय सीमा में भेज रहा है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर पाकिस्तान की सेना ने घुसपैठ की और गोलीबारी करते हुए संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। सेना के प्रवक्ता ने बुधवार को इस घटना की पुष्टि की और बताया कि यह घुसपैठ मंगलवार दोपहर 1:10 बजे हुई थी। इसके जवाब में भारतीय सेना ने संयमित और संतुलित प्रतिक्रिया दी।
भारतीय सेना का बयान
जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने जानकारी दी कि 1 अप्रैल को कृष्णा घाटी सेक्टर में LOC पर पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ के दौरान एक बारूदी सुरंग में धमाका हुआ। यह विस्फोट पाकिस्तानी सैनिकों की घुसपैठ के प्रयास के दौरान हुआ। भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान की किसी क्षति का आधिकारिक रूप से उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इस गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के पांच जवान घायल हुए हैं।
कैसे दिया भारतीय सेना ने जवाब
लेफ्टिनेंट कर्नल बर्तवाल ने आगे बताया कि विस्फोट के बाद पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ। भारतीय जवानों ने संयम और संतुलन के साथ जवाबी कार्रवाई की। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और सेना लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।
2021 के बाद संघर्ष विराम उल्लंघन में आई थी कमी
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 25 फरवरी 2021 को संघर्ष विराम को बनाए रखने का समझौता हुआ था, जिसके बाद से LOC पर गोलीबारी की घटनाओं में काफी गिरावट आई थी। लेकिन यह घटना उस समझौते के उल्लंघन के रूप में देखी जा रही है।
पंजतीर्थी में आतंक विरोधी अभियान जारी
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ जब जम्मू के कठुआ जिले के पंजतीर्थी इलाके में आतंकी गतिविधियों के खिलाफ पहले से ही सुरक्षाबलों का अभियान चल रहा था। 31 मार्च की रात संदिग्ध गतिविधियां देखे जाने के बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। 1 अप्रैल की सुबह एक मुठभेड़ भी हुई, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च और डिस्ट्रॉय ऑपरेशन छेड़ दिया।
खुफिया सूचनाओं के आधार पर इलाके की निगरानी और घात लगाकर कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।