कानपुर, 02 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज इन दिनों लगातार बदल रहा है। सोमवार को जहां तेज धूप से लोग परेशान दिखे तो वहीं मंगलवार को बादलों ने आसमान को ढक लिया। इसके साथ ही पछुआ हवाओं के चलने से भी गर्मी से कुछ राहत मिली। हालांकि कानपुर में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस पार कर गया। मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन मौसम ऐसा ही रहेगा और आगामी दो दिन उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश की संभावना है। वहीं मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि दक्षिणी तमिलनाडु से लेकर आंतरिक कर्नाटक और विदर्भ होते हुए दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक ट्रफ/हवा का विच्छेदन बना हुआ है। पूर्वोत्तर बिहार पर बना चक्रवाती परिसंचरण अब बांग्लादेश के उत्तरी भागों पर स्थित है। निचले स्तर पर पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ को मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक गर्त के रूप में देखा जाता है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है और लगभग 60 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रही है। इससे उत्तर प्रदेश के मौसम में आज बदलाव देखा गया और आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही।
उन्होंने बताया कि चार और पांच अप्रैल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश की संभावना है और मेघ गर्जन के साथ हवाओं की गति अधिक रहेगी। हालांकि पांच के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में मौसम साफ हो जाएगा और तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होगी।
उन्होंने बताया कि बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 37.2 और न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 52 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 23 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 8.6 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाये रहने के आसार हैं किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। हवाओं की गति औसत से अधिक रहेगी। अभी दो दिन सुबह-शाम मौसम सुहावना रहेगा।