LIC Scheme: यह स्कीम आपको रिटायरमेंट के बाद हर महीने देती है 12000 रुपये पेंशन, जानिए कितना करना होगा निवेश

Post Office Scheme 5.jpg

भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने हर वर्ग के लोगों के लिए एक योजना शुरू की है। पेंशन जैसी योजनाएं भी LIC द्वारा पेश की जाती हैं। ऐसे में अगर आप पेंशन प्लान की तलाश में हैं तो LIC का प्लान आपके लिए अच्छा हो सकता है। इसमें कोई जोखिम नहीं होगा और आपको नियमित आय के तहत हर महीने पेंशन का लाभ मिलता रहेगा। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में सबकुछ।

यह योजना है LIC सरल पेंशन योजना, जो रिटायरमेंट पर हर महीने पेंशन की गारंटी देती है। इसकी खास बात यह है कि आप इसमें सिर्फ एक बार निवेश कर सकते हैं और आपको जीवन भर पेंशन मिलती रहेगी। रिटायरमेंट प्लान के तौर पर LIC सरल पेंशन योजना काफी मशहूर है। यह योजना आपको रिटायरमेंट के बाद हर महीने 12000 रुपये की पेंशन दे सकती है। इसे कुछ आसान तरीके से समझा जा सकता है कि आप रिटायरमेंट के बाद 12000 रुपये की पेंशन का लाभ कैसे उठा सकते हैं।

यदि कोई व्यक्ति निजी क्षेत्र या सरकारी विभाग में काम करता है और रिटायरमेंट से पहले अपने पीएफ फंड और ग्रेच्युटी की राशि उसमें निवेश करता है, तो उसे जीवन भर हर महीने पेंशन का लाभ मिलता रहेगा।

एलआईसी सरल पेंशन योजना की विशेषताएं

एलआईसी की इस स्कीम की बात करें तो इसमें 40 साल से कम उम्र का व्यक्ति निवेश नहीं कर सकता है। अधिकतम आप इसमें 80 साल की उम्र तक कभी भी निवेश कर सकते हैं और इस पॉलिसी के तहत हर महीने 1000 रुपये की एन्युटी खरीदनी होती है। वहीं तिमाही आधार पर न्यूनतम 3000 रुपये, छमाही आधार पर 6000 रुपये और सालाना आधार पर 12000 रुपये की एन्युटी लेनी होती है।

12000 रुपये पेंशन कैसे प्राप्त करें?

एलआईसी की सरल पेंशन योजना में आप कम से कम 12 हजार रुपये सालाना की एन्युटी खरीद सकते हैं। इस योजना के तहत निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है, आप इस योजना के तहत जितना चाहें उतना निवेश कर सकते हैं। इस पॉलिसी प्लान के तहत कोई भी नागरिक एक बार प्रीमियम का भुगतान करके सालाना, छमाही, तिमाही और मासिक पेंशन का लाभ उठा सकता है। एलआईसी कैलकुलेटर के मुताबिक अगर कोई 42 साल का व्यक्ति 30 लाख रुपये की एन्युटी खरीदता है तो उसे हर महीने 12,388 रुपये की पेंशन मिलेगी।

आप लोन भी ले सकते हैं

एलआईसी की इस योजना को खरीदने के लिए आपको www.licindia.in पर जाना होगा। अगर इस पॉलिसी के तहत 6 महीने पूरे हो गए हैं तो आप जरूरत पड़ने पर इसे सरेंडर कर सकते हैं। साथ ही आप इस योजना के तहत लोन भी ले सकते हैं। हालांकि, लोन की रकम आपके निवेश पर निर्भर करेगी।