जयपुर, 7 दिसंबर (हि.स.)। शहर के विद्याधर नगर में चार घंटे तक लेपर्ड की दहशत रही। लेपर्ड गार्डन से अपार्टमेंट और सड़क पर दौड़ता रहा। इस बीच तेंदुए ने तीन लोगों पर हमला भी कर दिया था। वन विभाग की टीम उसे ट्रैंकुलाइज करने में जुटी रही। शाम 5:22 बजे लेपर्ड को ट्रैंकुलाइज किया गया।
डीसीएफ (डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट) जगदीश गुप्ता ने बताया कि विद्याधर नगर में लेपर्ड के मूवमेंट की जानकारी मिली थी। सरकारी गेस्ट हाउस में लेपर्ड का मूवमेंट मिला था। सीपीडब्ल्यूडी गार्डन में पौधों के पीछे दिखाई दिया था। इसके बाद हमारी टीम लेपर्ड का रेस्क्यू करने के लिए मौके पर रवाना हो गई थी।
विद्याधर नगर इलाके से नाहरगढ़ वन क्षेत्र का काफी हिस्सा जुड़ा हुआ है। ऐसे में भोजन या पानी की तलाश में निकले लेपर्ड का मूवमेंट इस क्षेत्र में हो सकता है।
जयपुर के झालाना और आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व होने की वजह से बड़ी संख्या में लेपर्ड का मूवमेंट रहता है। इससे पहले जयसिंहपुरा खोर में मानबाग और जगतपुरा के आशियाना ग्रीनवुड सोसायटी में लेपर्ड पहुंच गया था। वहीं, दिल्ली रोड, जमवारामगढ़, मालवीय नगर झालाना इलाके में लेपर्ड मूवमेंट हाे चुका है। इस दौरान लेपर्ड कई बार मवेशियों और जंगली जानवरों को अपना शिकार बना चुका है। जमवारामगढ़ इलाके में मासूम बच्चे को भी मौत के घाट उतार दिया था।
जयपुर में पिछले कुछ समय से लेपर्ड की संख्या लगातार बढ़ रही है। झालाना, आमागढ़ और नाहरगढ़ सफारी में लगभग 75 लेपर्ड रह रहे हैं। इनमें सबसे अधिक लगभग 45 लेपर्ड झालाना में है। वहीं, 20 से ज्यादा लेपर्ड आमागढ़ के जंगलों में है। जयपुर देश का पहला ऐसा शहर है, जहां दाे लेपर्ड सफारी, एक लॉयन सफारी, एक टाइगर और एक एलिफेंट सफारी है।