गुजरात के शूलपानेश्वर वन्यजीव अभयारण्य में एक दर्दनाक घटना घटी। 1 जनवरी को, एक तेंदुए ने अभयारण्य की बाउंड्री पार कर केवड़िया वन क्षेत्र में प्रवेश किया और एक काले हिरण (ब्लैकबक) का शिकार किया। इसके बाद, जंगल में सात और काले हिरण मृत पाए गए। विशेषज्ञों का मानना है कि साथी की हत्या के सदमे और डर से इन हिरणों की भी मौत हो गई।
वन विभाग ने सभी आठ काले हिरणों का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार, आसपास के जंगलों में तेंदुए देखे जाते हैं, लेकिन यह पहली बार है जब कोई तेंदुआ अभयारण्य के अंदर घुसने में कामयाब हुआ।
अभयारण्य में लगे 400 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही थी, और तेंदुए के प्रवेश की जानकारी मिलते ही सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट किया गया। हालांकि, तेंदुआ भागने के बाद भी पास ही छिपा रहा। घटना के बाद पार्क को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया।
ब्लैकबक को बेहद संवेदनशील और बिश्नोई समाज द्वारा पूजनीय माना जाता है। यह घटना न केवल वन्यजीव संरक्षण के लिए चुनौती है, बल्कि अभयारण्य की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है।