नींबू के पौधे पर जब पीले फल लगते हैं तो उसका अनुभव शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। नींबू अपने स्वाद के साथ-साथ औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। यही वजह है कि आजकल लोग अपने घरों की छतों और बालकनी में नींबू के पौधे लगाने लगे हैं।
नींबू का पेड़ लगाना तो आसान है, लेकिन उसकी देखभाल करना बहुत कठिन है और उसके फल का इंतजार करना तो और भी कठिन है।
क्या आपके नींबू के पौधे पर सिर्फ पत्तियां ही आ रही हैं और फल नहीं आ रहे हैं? ऐसे में आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपको एक ऐसी तरकीब बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आपका नींबू का पौधा फलों से लद जाएगा। और कमाल की बात ये है कि इस तरकीब को अपनाने के लिए आपको ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं है। जी हां, सिर्फ 5 रुपये खर्च करके आप अपने नींबू के पौधे को फलदार बना सकते हैं।
5 रुपए की इस तरकीब की मदद से आप नींबू के पौधे पर पा सकते हैं खूब फल
पर्याप्त पोषण न मिलने के कारण पौधे फल नहीं देते हैं। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपका नींबू का पौधा भरपूर मात्रा में फल दे तो सरसों की खली आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। सरसों की खली एक प्राकृतिक खाद है और यह बागवानों को आसानी से मिल जाती है। इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये सभी तत्व पौधे की वृद्धि और फल लगने में मददगार हो सकते हैं। लेकिन, आपको यह पता होना चाहिए कि सरसों का इस्तेमाल कैसे और कब करना है।
सरसों केक का उपयोग कैसे करें?
नींबू के पौधे में डालने से पहले सरसों की खली को 5 दिन तक पानी में भिगोना चाहिए। 5 दिन तक भिगोई गई सरसों की खली को अब पौधे में डालना है। इसके लिए सबसे पहले पौधे की मिट्टी को हल्का खोदकर उसमें सरसों की खली डाल दें।
महीने में एक बार सरसों की खली का इस्तेमाल भी फायदेमंद हो सकता है। आप चाहें तो सरसों की खली को वर्मीकम्पोस्ट या गोबर की खाद के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सरसों के केक के फायदे
बाजार में कई तरह की खाद उपलब्ध हैं। लेकिन नींबू के पौधों में सरसों की खली का इस्तेमाल करने से कई फायदे होते हैं। सरसों की खली की मदद से न सिर्फ नींबू के पौधों में फलों का उत्पादन बढ़ता है, बल्कि कीटों का हमला भी नहीं होता और पौधे स्वस्थ रहते हैं। जड़ों में सरसों की खली लगाने से पौधों की पत्तियों के मुड़ने और फंगस की समस्या नहीं होती।
नींबू के पौधे को फलदार बनाने में ये टिप्स भी करेंगे मदद
नीम का तेल: अगर आपके पौधे पर बार-बार कीट या कीड़े लग जाते हैं, तो नीम का तेल भी उन्हें दूर रखने में आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले नीम के तेल को पानी में मिलाकर स्प्रे बोतल में डाल लें। अब पानी और नीम के तेल के मिश्रण को स्प्रे बोतल की मदद से नींबू के पौधे की जड़ों और शाखाओं पर स्प्रे करें। इससे कीट और कीटाणुओं की समस्या से निपटने में मदद मिल सकती है।
दूध: कीड़ों के कारण पौधे बढ़ नहीं पाते और सही विकास न होने के कारण पौधों में फल नहीं लगते। ऐसे में कीड़ों और कीटों की समस्या से निपटने में दूध आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए एक स्प्रे बोतल लें और उसमें कच्चा दूध डालें। अब स्प्रे बोतल की मदद से नींबू के पौधे की पत्तियों पर कच्चे दूध का छिड़काव करें, इससे कीड़ों की समस्या से निपटने में मदद मिल सकती है।
आप समझ गए होंगे कि नींबू के पौधे को कैसे फलदार बनाया जा सकता है। अगर आपको हमारी स्टोरी से जुड़ा कोई सवाल है तो हमें आर्टिकल के नीचे कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आपको सही जानकारी देने की कोशिश करते रहेंगे।