धान की फसल पर लीफहॉपर का हमला शुरू, किसानों ने शुरू किया छिड़काव; इस हमले की वजह भीषण गर्मी

कलानौर: भीषण गर्मी में सीमावर्ती जिले गुरदासपुर में किसानों द्वारा उगाई गई धान की फसल पर लीफहॉपर सुंडी का हमला होते ही इसकी रोकथाम के लिए छिड़काव शुरू कर दिया गया है।

बता दें कि कृषि विभाग की ओर से इस बार सीमावर्ती जिले गुरदासपुर में करीब 1 लाख 70 हजार हेक्टेयर रकबे में धान की बिजाई की गई है, जबकि गुरदासपुर के कलानौर ब्लॉक के अधीन विभिन्न गांवों के अलावा धान की फसल पर धान की बिजाई की गई है। हकीमपुर गांव में फसल पर लीफहॉपर के हमले को रोकने के लिए किसानों को महंगे स्प्रे का सहारा लेना पड़ रहा है।

इस संबंध में किसान कवलजीत सिंह हकीमपुर, राजविंदर सिंह, कुलवंत सिंह, अमरजोत सिंह आदि ने बताया कि इस क्षेत्र के किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर धान, परमल और बासमती की बुआई की गई है। उन्होंने बताया कि इस बार उनकी फसल की ग्रोथ अच्छी है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पड़ रही उमस भरी गर्मी के कारण धान की फसल पर पत्ती लपेट सुंडी का प्रकोप शुरू हो गया है, जिसके कारण किसान फसल को पत्ती लपेट से बचाने के लिए स्प्रे कर फसल को बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. सुंडी. हस्तचालित पंप से छिड़काव करने पर किसानों को प्रति पंप 50 रुपये का पारिश्रमिक दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक एकड़ में चार पंप लगाये जा रहे हैं. इसके अलावा जिन किसानों के पास अधिक जमीन है, उनके द्वारा ट्रैक्टर पर लगे पंप के माध्यम से छिड़काव किया जा रहा है.

विशेषज्ञ की सलाह से स्प्रे करें किसान

गुरदासपुर के कृषि अधिकारी सुरिंदर पाल सिंह ने बताया कि जिले में लीफ ब्लाइट का प्रकोप नाममात्र ही सामने आया है. उन्होंने कहा कि किसान कीटनाशकों का छिड़काव संबंधित प्रखंड के कृषि विभाग के अधिकारियों से सलाह लेकर ही करें. उन्होंने किसानों से दवाओं का अनावश्यक प्रयोग न कर अनावश्यक खर्च से बचने की अपील की।