Layoff Alert 2025 : अमेज़न मेटा के बाद अब HP की बारी क्यों कंपनी को निकालने पड़ रहे हैं इतने सारे लोग? जानिए असली मजबूरी
News India Live, Digital Desk : Layoff Alert 2025 : क्या आपको याद है वो समय जब हर कोई लैपटॉप और कंप्यूटर खरीद रहा था? तब आईटी कंपनियों की चांदी थी। लेकिन अब हवा का रुख बदल गया है और इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ रहा है जो इन कंपनियों में दिन-रात काम करते हैं।
आज की बड़ी और उदास करने वाली खबर दिग्गज टेक कंपनी HP (Hewlett-Packard) से आ रही है। अगर आप या आपका कोई दोस्त आईटी सेक्टर में है, तो यह खबर आपको जरूर जाननी चाहिए। HP ने संकेत दे दिए हैं कि आने वाले समय में वे बड़े पैमाने पर छंटनी (Layoffs) करने जा रहे हैं।
आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि इतनी बड़ी कंपनी अचानक ऐसे फैसले क्यों ले रही है।
6000 लोगों की नौकरी पर संकट
खबर यह है कि HP अपने वर्कफोर्स को कम करने का प्लान बना चुका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अगले कुछ सालों में लगभग 4,000 से 6,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है। यह संख्या कोई छोटी नहीं है। सोचिए, 6000 परिवारों पर इसका क्या असर होगा। कंपनी का कहना है कि यह "फ्यूचर रेडी" (Future Ready) प्लान का हिस्सा है, यानी वो खुद को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
आखिर HP को क्या परेशानी हो गई? (Why Mass Layoff?)
आप सोच रहे होंगे कि दुनिया भर में लैपटॉप बेचने वाली कंपनी को पैसे की क्या कमी हो गई? असल में, पेंच यहाँ फंसा है:
- कम्प्यूटर की बिक्री में गिरावट: कोरोना काल के बाद से लोगों ने लैपटॉप खरीदना कम कर दिया है। मार्किट में मंदी (Slowdown) छाई हुई है। जब प्रोडक्ट कम बिकेगा, तो मुनाफा कैसे होगा?
- मेमोरी और पार्ट्स हुए महंगे: सबसे बड़ी वजह यह है। कंप्यूटर बनाने में जो मेमोरी (Memory/RAM) और अन्य पार्ट्स लगते हैं, उनके दाम आसमान छू रहे हैं। इससे HP का कंप्यूटर बनाने का खर्च (Cost) बढ़ गया है, लेकिन वो उसी तेजी से लैपटॉप के दाम नहीं बढ़ा सकते। नतीजा? उनका प्रॉफिट (Profit Margin) सिकुड़ गया है।
- कॉस्ट कटिंग (पैसे बचाने की जुगत): कंपनी का लक्ष्य है कि वो सालाना लगभग 1.4 अरब डॉलर बचाए। और कड़वा सच यही है कि बड़ी कंपनियां पैसा बचाने के लिए सबसे पहले "सैलरी" पर ही कैंची चलाती हैं।
क्या आईटी सेक्टर फिर खतरे में है?
HP का यह फैसला डराने वाला है क्योंकि यह अकेला नहीं है। जब भी कोई बड़ी कंपनी ऐसे कदम उठाती है, तो इशारा मिलता है कि अर्थव्यवस्था (Economy) में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। महंगाई और घटती डिमांड ने कंपनियों की कमर तोड़ रखी है।
कर्मचारियों के लिए सलाह
अगर आप प्राइवेट नौकरी में हैं, तो डरने के बजाय सतर्क रहें। यह वो समय है जब आपको "अपस्किल" (Upskill) होने की ज़रूरत है। यानी नई चीजें सीखते रहें ताकि अगर एक रास्ता बंद हो, तो दूसरा तुरंत खुल जाए।
यह दौर मुश्किल ज़रूर है, लेकिन उम्मीद है कि टेक की दुनिया में जल्द ही फिर से बहार आएगी।
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