हरियाणा के यमुनानगर जिले के रादौर थाना क्षेत्र के खेड़ी लक्खा सिंह गांव में गुरुवार को दो शराब ठेकेदारों की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस डबल मर्डर की जिम्मेदारी कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। इंस्टाग्राम पर नोनी राणा नामक अकाउंट से एक पोस्ट में लिखा गया, “जय बजरंग बली, राम-राम सभी भाइयों को। मैं नोनी राणा हूं। यह हत्या मैं, मेरा भाई रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने की है। ये हमारे काम में दखल दे रहे थे। मैंने इन्हें समझाने की कोशिश की, मगर ये नहीं माने। जो हमारे दुश्मनों के साथ बैठेंगे, उनका यही अंजाम होगा। जो बच गए हैं, उन्हें भी मरना पड़ेगा। इंतजार करें, आगे नजारा देखने लायक होगा।”
पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस हत्याकांड के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ताजेवाल गांव के अरबाज और छछरौली निवासी हांडा के रूप में हुई है। हत्या के बाद यमुनानगर पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजीव देसवाल ने मामले में बड़ी कार्रवाई की है।
चौकी कर्मचारियों पर गिरी गाज
घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर पुलिस चौकी होने के बावजूद समय पर पुलिस न पहुंचने को एसपी ने बड़ी लापरवाही माना। इस चूक के चलते चौकी इंचार्ज निर्मल सिंह समेत 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। निलंबित पुलिसकर्मियों में एएसआई सुरेंद्र सिंह, एएसआई जसवीर, हेड कांस्टेबल कृष्ण, कांस्टेबल गुलाब, रवि और दलवीर शामिल हैं। चौकी का नया प्रभार एसआई शमशेर को सौंपा गया है।
50 राउंड फायरिंग, दो की मौत, एक घायल
गुरुवार को खेड़ी लक्खा सिंह गांव में 5 नकाबपोश बदमाशों ने बाइक पर सवार होकर तीन युवकों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। तीनों युवक एक्सरसाइज करने के बाद अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठ रहे थे, तभी हमलावरों ने 50 राउंड फायरिंग कर दी।
हमले में यमुनानगर के गोलानी गांव के वीरेंद्र कुमार और उत्तर प्रदेश के बड़ौत के पंकज कुमार की मौत हो गई। यमुनानगर के उहेड़ी गांव के अर्जुन को गंभीर हालत में चंडीगढ़ के पीजीआई रेफर किया गया। ये तीनों युवक शराब कारोबारी मोनू राणा के करीबी थे।
एसपी का बयान
एसपी राजीव देसवाल ने घटना को लेकर कहा, “पुलिस चौकी के पास इस तरह की घटना होना बड़ी लापरवाही है। दोषी पुलिसकर्मियों पर तुरंत कार्रवाई की गई है। हत्याकांड के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और आरोपियों की धरपकड़ जारी है।”
गैंगवार की वजह से दहशत
इस हत्याकांड से यमुनानगर में दहशत का माहौल है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग की खुली चुनौती और पुलिस की लापरवाही ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की तह तक जाने और गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।