जम्मू, 27 जून (हि.स.)। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज फॉर विमेन, कठुआ ने नशीली दवाओं और तंबाकू के उपयोग के खिलाफ एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया। यह कार्यक्रम कॉलेज के ड्रग डी-एडिक्शन/मनोवैज्ञानिक परामर्श सेल द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस को चिह्नित करने के लिए आयोजित किया गया था।
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सावी बहल ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसे 1987 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी से निपटने की आवश्यकता के वैश्विक अनुस्मारक के रूप में स्थापित किया गया था। डॉ. बहल ने नियमित रूप से ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन के महत्व पर जोर दिया।
ड्रग डी-एडिक्शन/मनोवैज्ञानिक परामर्श सेल की संयोजक डॉ. रेणु गुप्ता ने 2024 के लिए दिन की थीम को रेखांकित किया: “साक्ष्य स्पष्ट है: रोकथाम में निवेश करें।” उन्होंने जोर दिया कि प्रभावी दवा नीतियां विज्ञान, अनुसंधान, करुणा और मानवाधिकारों के सम्मान पर आधारित होनी चाहिए। डॉ. गुप्ता ने नशीली दवाओं के उपयोग के सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य परिणामों की व्यापक समझ की आवश्यकता पर बल दिया। सेल के सदस्य डॉ. अजय सनोत्रा ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के गंभीर प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर चर्चा की।