स्वास्थ्य सेवा में यू विन पोर्टल की शुरुआत एक ऐतिहासिक कदमः नड्डा 

Ef333d8cf59290be995ea41a0015dd3e

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को स्वास्थ्य सेवा में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए यू विन पोर्टल की शुरुआत की। यू विन पोर्टल की शुरुआत को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने ऐतिहासिक बताया।

उन्होंने ट्वीट करके कहा कि कहा कि स्वास्थ्य सेवा में डिजिटलीकरण को आगे बढ़ाने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को लाभ पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी का विलय करते हुए यू-विन पोर्टल लॉन्च किया है। यह पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म टीकाकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है, जिससे गर्भवती महिलाओं और बच्चों (जन्म से 16 वर्ष तक) के लिए 12 वैक्सीन-रोकथाम योग्य बीमारियों के खिलाफ जीवन रक्षक टीकों काे समय पर लगवाना सुनिश्चित होता है।

नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संबद्ध और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और संस्थानों के लिए एक समर्पित पोर्टल भी पेश किया, जो पूरे भारत में मौजूदा स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और संस्थानों को प्रबंधित और सत्यापित करने के लिए एक केंद्रीकृत डेटाबेस के रूप में कार्य करता है।

क्या है यह यू- विन पोर्टल

यू विन का मतलब है यूनिवर्सल इम्यूनिजेशन प्रोग्राम । यह टीकाकरण कार्यक्रम को ट्रैक करने वाला एक पोर्टल है। कोविड-19 वैक्सिनेशन को ट्रैक करने के लिए जिस तरह कोविन ऐप लाया गया था, उसी तरह से तमाम बीमारियों से बचाव के लिए कई टीके लगाए जाते हैं । उस टीकाकरण को ट्रैक करने के लिए यू विन पोर्टल शुरू किया गया है। यू विन ऐप की मदद से एक सेंट्रलाइज्ड डिजिटल रेकॉर्ड तैयार किया जाएगा, जिसमें बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का रिकॉर्ड रखा जाएगा।

यू विन पोर्टल पर सभी गर्भवती महिलाओं और बच्चों को 12 रोकथाम योग्य बीमारियों के खिलाफ मुफ्त टीकाकरण के रिकॉर्ड को ट्रैक किया जाएगा। इसमें डिप्थीरिया, परतुसिस (काली खांसी), टेटनस, पोलियो, खसरा, रूबेला, गंभीर बचपन की तपेदिक, रोटावायरस दस्त, हेपेटाइटिस बी, मेनिंजाइटिस और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी और न्यूमोकोकल निमोनिया के कारण होने वाला निमोनिया शामिल हैं। महिलाओं और बच्चों को लगने वाले टीके के डोज की जानकारी यू विन पोर्टल पर रहेगी। यह अगले डोज के बारे में भी उपयोगकर्ता को बताएगी। इससे संपूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने में आसानी होगी।