गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में टूटा पिछले साल का रिकॉर्ड, हर तरफ जाम, भीड़ नियंत्रित करने में पुलिस भी हो रही परेशान

चार धाम यात्रा : उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा 2024 की जोरदार शुरुआत हो चुकी है। देशभर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस बार यमुनोत्री धाम और गंगोत्री धाम में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने से पिछले साल का रिकॉर्ड टूट गया है। वहीं मंदिर समिति ने भी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर को देर रात तक खुला रखने का निर्णय लिया है. वहीं भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को भी पसीना आ रहा है. इसके चलते पुलिस ने लोगों से यमुनोत्री न आने की अपील की है.

गंगा सप्तमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं

इसके अलावा गंगा सप्तमी (Ganga Saptami 2024) पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. जैसे-जैसे भीड़ बढ़ती जा रही है, पुलिस भी सतर्क हो गई है और सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगातार हर संभव प्रयास कर रही है और कुछ जगहों पर भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को पसीने भी आ गए हैं. इस बार चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. करीब छह किमी दूर पैदल यात्रा मार्ग यमुनोत्री धाम घोड़ापुर ने भी श्रद्धालुओं का रिकार्ड बनाया है।

कितने श्रद्धालु आये यमुनोत्री?

28 मई 2023 को सबसे अधिक 12045 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किये, जिससे पिछले वर्षों के सभी रिकार्ड टूट गये। हालांकि, इस साल 12148 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री के दर्शन कर एक नया रिकॉर्ड बनाया. फिलहाल यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने का चलन है. श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन ने बैरियर और गेट सिस्टम शुरू कर दिया है. दूसरी ओर, यमुनोत्री श्रद्धालु गंगोत्री धाम की ओर बढ़ रहे हैं और वहां भी भारी भीड़ है. दो दिनों में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु गंगोत्री के दर्शन कर चुके हैं।

गंगा सप्तमी पर भारी भीड़, पुलिस के छूटे पसीने 

29 मई-2023 को यमुनोत्री के बाद एक ही दिन में रिकॉर्ड 13670 श्रद्धालु गंगोत्री पहुंचे, जबकि इस साल यह आंकड़ा 18973 तक पहुंच गया है। यानी भारी संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं ने पिछले सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. गंगा सप्तमी पर श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ टिहरी और उत्तरकाशी जिले में देखने को मिलती है, जिसे नियंत्रित करने में प्रशासन और पुलिस के पसीने छूट जाते हैं. 

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे फिलहाल यमुनोत्री न आएं

उत्तराखंड में अक्षय तृतीया यानी अखत्रिज के दिन यमुनोत्री धाम समेत केदारनाथ धाम के कपाट भी खोले गए. जिसके बाद हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं. ऐसे में प्रशासन की चिंता बढ़ गई है क्योंकि क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के आने से लोगों की जान को खतरा बढ़ गया है. इस समय यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है. इस बीच पुलिस ने लोगों से यमुनोत्री न आने की अपील की है. बता दें कि यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण बेहद संकरे करीब पांच से छह किलोमीटर पैदल मार्ग पर दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।

जैसे ही यमुनोत्री में गेट प्रणाली शुरू की गई, सारा यातायात गंगोत्री मार्ग की ओर मोड़ दिया गया

जिला अधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि यमुनोत्री धाम में गेट सिस्टम शुरू होने के बाद सारा ट्रैफिक गंगोत्री मार्ग की ओर डायवर्ट कर दिया गया है. इसके चलते सड़कों पर ट्रैफिक जाम भी हो गया है और कई बसें फंस गई हैं। गंगोत्री में भारी भीड़ के कारण भक्तों को देर रात तक दर्शन की अनुमति है। यात्रा मार्ग पर अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती भी कर दी गई है. इसके अलावा श्रद्धालुओं को भोजन, पानी, चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया गया है. फिलहाल दोनों खेमों में भारी भीड़ है.