एनसीईटी 2025: आईटीईपी में एडमिशन के लिए आवेदन की आखिरी तारीख कल, 16 मार्च

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चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) में दाखिले के लिए होने वाले नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (NCET) 2025 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 16 मार्च 2025 है। यदि आप शिक्षक बनना चाहते हैं और अभी तक आवेदन नहीं किया है, तो exams.nta.ac.in/NCET पर जाकर जल्द से जल्द आवेदन कर सकते हैं।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) 29 अप्रैल 2025 को NCET परीक्षा आयोजित करेगी।

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महत्वपूर्ण तारीखें:

आवेदन की अंतिम तिथि: 16 मार्च 2025
फीस जमा करने की अंतिम तिथि: 16 मार्च 2025
फॉर्म करेक्शन विंडो: 18 से 19 मार्च 2025
परीक्षा शहर की घोषणा: अप्रैल के पहले सप्ताह में
एडमिट कार्ड उपलब्ध: परीक्षा तिथि से 3-4 दिन पहले

आईटीईपी कोर्स: 12वीं पास छात्रों के लिए शानदार मौका

ITEP कोर्स के तहत 12वीं पास छात्र चार वर्षीय बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड कर सकते हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुसार, 2030 से शिक्षक बनने के लिए चार वर्षीय बीएड या ITEP डिग्री अनिवार्य होगी। इसलिए, इस कोर्स की मांग और महत्व तेजी से बढ़ रहा है।

ITEP कोर्स नई शिक्षा नीति के तहत 5+3+3+4 स्कूल एजुकेशन सिस्टम के लिए शिक्षकों को तैयार करेगा।

NCET 2025 परीक्षा से किन संस्थानों में मिलेगा एडमिशन?

ITEP कोर्स में प्रवेश के लिए आईआईटी, एनआईटी, आरआईई समेत चुनिंदा केंद्रीय व राज्य विश्वविद्यालयों और सरकारी कॉलेजों में NCET 2025 परीक्षा आयोजित की जा रही है।

ITEP कोर्स क्या है?

ITEP (Integrated Teacher Education Program) को करने के बाद बीएड या डीएलएड की जरूरत नहीं होगी।
यह कोर्स चार साल का है और नए स्कूल एजुकेशन सिस्टम के सभी चार चरणों के लिए शिक्षकों को तैयार करता है।
एनसीटीई (NCTE) ने इस कोर्स को 2023-24 सत्र से देशभर के 57 अध्यापक शिक्षा संस्थानों (TEI) में लागू किया।
26 अक्टूबर 2021 को इसे अधिसूचित किया गया था।
यह बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड की दोहरी डिग्री देता है।

ITEP कोर्स क्यों जरूरी है?

2030 के बाद स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए चार वर्षीय ITEP अनिवार्य होगा।
टीईटी, एसटीईटी या अन्य राज्य स्तरीय शिक्षक परीक्षा पास करने के बाद सरकारी स्कूल में टीचर बनने का मौका मिलेगा।
यह कोर्स वर्तमान 5 साल की पढ़ाई (3 साल ग्रेजुएशन + 2 साल बीएड) के बजाय 4 साल में ही पूरा हो जाता है, जिससे 1 साल की बचत होती है।
दो वर्षीय बीएड केवल उच्च शिक्षा (अकादमिक रिसर्च, पीएचडी) के लिए मान्य रहेगा।

2030 के बाद केवल ITEP से ही शिक्षक भर्ती होगी

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत, 2030 से शिक्षकों की भर्ती के लिए ITEP अनिवार्य कर दिया जाएगा।

हालांकि, दो वर्षीय बीएड भी रहेगा, लेकिन यह मुख्य रूप से उच्च शिक्षा के लिए होगा। स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए केवल ITEP डिग्री धारकों को ही प्राथमिकता मिलेगी।