मेरठ में ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत: बेगमपुल से जेलचुंगी तक 3 किमी लंबी एलिवेटेड रोड का खाका तैयार, जानें क्या होगा खास!
मेरठ के लोगों के लिए अच्छी खबर है! शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार बेगमपुल से जेलचुंगी तक लगभग 3 किलोमीटर लंबी दो-लेन वाली एलिवेटेड रोड का निर्माण करने जा रही है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य शहर के भीतरी हिस्सों में लगने वाले भीषण जाम से निजात दिलाना है, जिससे आवागमन आसान हो सके और लोगों का कीमती समय बच सके।
परियोजना का विवरण:
कुल लागत: इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर लगभग 264 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
कुल लंबाई: यह एलिवेटेड रोड 3012 मीटर, यानी करीब 3 किलोमीटर लंबी होगी।
स्वरूप: यह एक दो-लेन की सड़क होगी, जो ट्रैफिक प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है।
सर्वे कार्य संपन्न, अब कमिश्नर को रिपोर्ट सौंपने की तैयारी:
इस परियोजना से संबंधित सभी सर्वे कार्य सफलतापूर्वक पूरे कर लिए गए हैं। निरीक्षण के लिए गठित छह सदस्यीय दल, जिसमें लोक निर्माण विभाग (PWD), नगर निगम और राज्य सेतु निगम के अधिकारी शामिल हैं, अब अपनी विस्तृत रिपोर्ट कमिश्नर को सौंपेगा। इसके बाद परियोजना के निर्माण कार्य की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
क्या होगी नई सड़क की रूट और कनेक्टिविटी?
यह एलिवेटेड रोड बेगमपुल से शुरू होकर आबूनाला और विक्टोरिया पार्क से होते हुए सीधे जेलचुंगी तक जाएगी। इस नई सड़क के बन जाने से मेरठ के कई प्रमुख इलाके सीधे जुड़ जाएंगे। इससे किला परीक्षितगढ़, मवाना, मेरठ यूनिवर्सिटी, साकेत, पांडव नगर और कमिश्नरी चौराहा जैसे क्षेत्रों से आवागमन बहुत तेज हो जाएगा।
एक अहम चुनौती: नालों पर बनेंगे पिलर, वैकल्पिक जल निकासी पर विचार आवश्यक
हालांकि, इस परियोजना से जुड़ी एक बड़ी चुनौती भी सामने आई है। सड़क के लिए जिन पिलरों का निर्माण किया जाएगा, वे मौजूदा नालों और सड़कों दोनों पर बनाए जाएंगे, जिनका व्यास 2.75 मीटर होगा। इससे नालों के सामान्य जल प्रवाह में बाधा आने की आशंका जताई जा रही है। इसलिए, परियोजना पर काम शुरू करने से पहले वैकल्पिक जल निकासी की व्यवस्था पर गंभीरता से विचार करना आवश्यक होगा, ताकि जलभराव की समस्या पैदा न हो।
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