नैनीताल, 6 जुलाई (हि.स.)। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश अब कमजोर प्रकृति के नैनीताल नगर में अपना असर दिखाने लगी है। नगर के चार्ल्टन लॉज क्षेत्र में शनिवार को फिर से भूस्खलन हो गया है और यह क्षेत्र घनी आबादी क्षेत्र के भीतर ‘नगर की दुखती रग’ बन गया है। यहां भूस्खलन होने की सूचना के बाद एसडीआरएफ ने मौके पर पहुंचकर भारी बारिश के बीच स्थानीय 10 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
उल्लेखनीय है कि यहां पिछले वर्ष 23 सितंबर को भूस्खलन के कारण एक दो मंजिला भवन ध्वस्त हुआ था और यह मामला बहुत चर्चित रहा था। इसके बावजूद यहां प्रशासन ने बीते एक वर्ष में कोई सुधारात्मक कार्य नहीं किये।
चार्ल्टन लॉज क्षेत्र में शनिवार को हुआ भूस्खलन
केवल इधर तब क्षेत्र से हटाये गये और बाद में वापस लौट गये 18 परिवारों को दो दिन पूर्व घर छोड़कर सुरक्षित जाने के निर्देश दिये गये थे और क्षेत्र में बारिश के पानी के रिसाव को रोकने के लिये काले रंग की प्लास्टिक की पन्नी लगायी गयी थी, जिसने आज जवाब दे दिया और क्षेत्र में फिर से भूस्खलन हो गया। इससे पन्नी भी फल गयी है। इसके बाद क्षेत्रवासी एक बार फिर से बारिश के लगातार जारी रहने के दृष्टिगत भूस्खलन के बढ़ने की संभावना को देखते हुए भयग्रस्त हो गये हैं।
मोहान का पुल बहा
उधर देश में इन दिनों पुलों के टूटने की घटनाएं सुर्खियों में हैं। बिहार में सबसे अधिक पुल टूटने की घटनाएं हुई। अब ऐसा ही मामला उत्तराखंड के रामनगर से सामने आया है। इसी कड़ी में नैनीताल जनपद के रामनगर से रानीखेत को जाने वाले रास्ते पर मोहन के पास पन्याली स्रोत पर बना पुल पानी के तेज बहाव से टूटकर बह गया। पुल के टूटने के कारण रामनगर से रानीखेत को जाने वाले वाहन भी दोनों ओर फंस गए और वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।