Land scam in Dhanbad: सरकारी ज़मीन 10 करोड़ में बिकी, कागज़ात निकले फर्जी

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News India Live, Digital Desk: Land scam in Dhanbad: झारखंड की कोयला नगरी धनबाद में सरकारी जमीन को जाली दस्तावेजों के जरिए बेचकर करोड़ों रुपये की हेराफेरी का एक बड़ा मामला सामने आया है. यह कोई छोटा-मोटा मामला नहीं है, बल्कि करीब 10 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन को भू-माफियाओं ने फर्जीवाड़ा करके बेच डाला.

मामला धनसार मौजा, धंसार मौजा के प्लाट नंबर-1463, खाता नंबर-एक (गैरमजरुआ खाता) से जुड़ा है, जिसकी प्रकृति गैरमजरुआ मानी जाती है. गैरमजरुआ जमीन वो होती है जो सरकारी होती है और उस पर किसी व्यक्ति का मालिकाना हक नहीं होता. हैरानी की बात ये है कि माफियाओं ने इस सरकारी जमीन पर रामधनी साहू नामक एक व्यक्ति के फर्जी लगान रसीद बनवाए और उसे 1965-68 के सर्वे का पुराना भू-रिकॉर्ड भी दिखाकर अपनी पैतृक संपत्ति के रूप में पेश किया.

सारा खेल यहीं से शुरू हुआ. भू-माफियाओं ने नंद कुमार के पुत्र बिपिन बिहारी को उस रामधनी साहू का वारिस बताकर तैयार किया. फिर, इस बिपिन बिहारी ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे पुष्प वाटिका मोड़ के निवासी व्यवसायी अजय पासवान समेत अन्य लोगों को ये बेशकीमती सरकारी जमीन बेच दी. इतनी बड़ी धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब धनबाद के उपायुक्त (DC) संदीप सिंह ने इसकी जांच का आदेश दिया.

अब इस पूरे फर्जीवाड़े में शामिल विक्रेता, खरीददार, गवाह और दस्तावेज लिखने वाले सहित सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. उपायुक्त के आदेश पर अंचलाधिकारी (CO) गोविंद गुप्ता ने धनबाद थाना में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस अब इस बड़े मामले की तह तक जाकर सच्चाई सामने लाने में जुट गई है. गौरतलब है कि यह पहला मामला नहीं है. धनबाद में पहले भी पांच करोड़ रुपये की सरकारी जमीन को फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेचने का ऐसा ही एक बड़ा खुलासा हुआ था, जिससे साफ है कि भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं.

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