Lakshmi Yoga: वह ज्योतिषीय संयोग जो दिलाता है अपार धन और वैभव

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Newsindia live,Digital Desk: वैदिक ज्योतिष में कुंडली के योगों का विशेष महत्व होता है। ये योग ग्रहों की विशेष स्थितियों और युतियों से बनते हैं और व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। इन्हीं शुभ योगों में से एक है 'लक्ष्मी योग'। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह योग धन, समृद्धि और वैभव से जुड़ा हुआ है। जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग बनता है, माना जाता है कि उस पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है और उसे जीवन में कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता।

कैसे बनता है कुंडली में लक्ष्मी योग?

'लक्ष्मी योग' का निर्माण कुंडली में कई अलग-अलग ज्योतिषीय स्थितियों से हो सकता है। इसके बनने के कुछ प्रमुख नियम इस प्रकार हैं:

नवमेश और शुक्र की स्थिति: कुंडली में जब नवम भाव का स्वामी (नवमेश या भाग्येश) और शुक्र अपनी-अपनी राशि या उच्च राशि में होते हुए केंद्र (1, 4, 7, 10) या त्रिकोण (1, 5, 9) भाव में स्थित हों, तो लक्ष्मी योग का निर्माण होता है। यह सबसे प्रबल लक्ष्मी योग माना जाता है।


लग्नेश और नवमेश की भूमिका: यदि कुंडली में लग्नाधिपति (लग्नेश) बलवान हो और साथ ही नवम भाव का स्वामी भी केंद्र या त्रिकोण में अपनी उच्च या स्वराशि में स्थित हो, तो भी यह शुभ योग बनता है।

चंद्र-मंगल की युति: यदि चंद्रमा और मंगल दोनों एक साथ कुंडली में हों और उन पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो इसे भी लक्ष्मी योग के समान ही फलदायी माना जाता है, जिसे चंद्र-मंगल योग भी कहते हैं।


गुरु और शुक्र का संबंध: यदि बृहस्पति (गुरु) और शुक्र का संबंध केंद्र और त्रिकोण भावों से बन रहा हो और दोनों ग्रह बलवान हों तो यह भी लक्ष्मी योग के निर्माण में सहायक होता है।

क्या हैं लक्ष्मी योग के लाभ?

जिस जातक की कुंडली में लक्ष्मी योग होता है, उसे जीवन में अनेक शुभ फल प्राप्त होते हैं:

आर्थिक समृद्धि: इस योग का सबसे बड़ा लाभ यह है कि व्यक्ति को कभी धन की कमी नहीं होती। उसे जीवन में कई स्रोतों से आय प्राप्त होती है और वह धन का सही उपयोग व संचय करने में सफल होता है।
सुख-सुविधाएं: ऐसे व्यक्ति को जीवन में सभी प्रकार की भौतिक सुख-सुविधाएं, जैसे अच्छा घर, वाहन और आरामदायक जीवनशैली प्राप्त होती है।


सम्मान और प्रतिष्ठा: यह योग व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान और उच्च पद दिलाता है। लोग उसकी बातों को महत्व देते हैं और वह एक प्रभावशाली व्यक्तित्व का स्वामी होता है।

अच्छा स्वास्थ्य और चरित्र: लक्ष्मी योग वाले जातक आमतौर पर स्वस्थ, बुद्धिमान, गुणी और अच्छे चरित्र वाले होते हैं। उनका पारिवारिक और सामाजिक जीवन भी सुखी रहता है।

भाग्य का साथ: इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को भाग्य का भरपूर साथ मिलता है और वह कम प्रयासों में भी अधिक सफलता प्राप्त करता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि योग का पूर्ण फल तभी मिलता है जब योग बनाने वाले ग्रह मजबूत हों, अशुभ ग्रहों से पीड़ित न हों और सही दशा-अंतर्दशा चल रही हो।

 

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