माघ मेला के अंतिम स्नान महाशिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

प्रयागराज, 08 मार्च (हि.स.)। माघ मेला के अंतिम स्नान महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार को संगम के घाटों पर स्नान करने वालों भक्तों का सैलाब उमड़ा रहा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थराज प्रयाग में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आए सभी साधु-संतों, कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन किया है। कहा है ’‘भगवान भोलेनाथ और मॉ गंगा सभी का कल्याण करें, यही प्रार्थना है।’’

मेला प्रशासन के मुताबिक सुबह आठ बजे तक लगभग चार लाख तथा शाम छह बजे तक 9 लाख 70 हजार भक्तों ने स्नान कर पुण्य अर्जित किया। लाखों शिवभक्तों ने संगम तट स्थित त्रिवेणी में स्नान करने के बाद शिव मंदिरों में भगवान शिव की आराधना करने के लिए भीड़ उमड़ी रही। दर्शन कराने हेतु मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।

जनपद के समस्त शिव मंदिर ओम नमः शिवाय के जाप से गुंजायमान हो उठे। शिवालयों में भगवान शंकर का अभिषेक, पूजन सुबह से शाम तक चला। ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर सच्चे हृदय से व्रत रखकर संगम में डुबकी लगाकर शिव स्तुति करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। शिव मंदिरों में भक्तों ने शिव की आराधना करने के दौरान ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप किया और शिव को खुश करने के लिए दूध, बेल पत्ती, मदार, धतूरा, भांग, भस्म, कनेर का पुष्प आदि चढ़ाया। इसके साथ ही शिव भक्तों ने शिव चालीसा, शिव तांडव, शिव पुराण आदि का पाठ भी किया। इस दौरान भारी संख्या में उपस्थित शिवभक्तों ने मंदिर में भजन कीर्तन शुरू किया। शहर के तमाम शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों का आवागमन जारी रहा।

घाटों पर उमड़ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ के बचावकर्मियों को अनिल कुमार पाल (उप कमान्डैन्ट) के देख-रेख में सभी प्रमुख घाटों पर तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की टीमों को विभिन्न घाटों जैसे संगम नोज, संगम मध्य, वी आई पी घाट, राम घाट और अरैलघाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा में त्रिवेणी पर तैनात किया गया है इसके साथ ही संगमनोज में बोट के माध्यम से पेट्रोलिंग भी की जा रही है। एनडीआरएफ की मेडिकल टीम वी आई पी घाट पर रहकर श्रद्धालुओं के प्राथमिक उपचार एवं सहायता के लिए तैनात रही। इस अवसर पर मनोज कुमार शर्मा, उप महानिरीक्षक 11 एनडीआरएफ ने अपील किया कि सभी श्रद्धालु सावधानी बरतते हुए इस पर्व को मनाएं और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।

यमुना तट पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर, फाफामऊ के पड़िला महादेव, अरैल के सोमेश्वर महादेव सहित प्रमुख शिव मंदिरों में लम्बी कतारें लगी रही। सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन शिव मंदिर में भक्तों ने पूजा अर्चना की। भोले नाथ का पूजन करने के लिए लोग घंटों लाइन में खड़े रहे। मंदिरों पर पुलिस बल के साथ महिला पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गई। महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को देवाधिदेव के जलाभिषेक और दर्शन-पूजन के लिए संगमनगरी में शिवालय सज गए थे।

मनकामेश्वर महादेव मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि सर्वार्थ सिद्धि योग इस बार महाशिवरात्रि पर्व को खास बनाएगा। ग्रह संयोग के तहत शनि के साथ सूर्य और मंगल के साथ चंद्रमा की युति बन रही है। बुध-शुक्र के मिलन से महाशुभ योग बनेगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि इस महाशिवरात्रि पर त्रिग्रही योग में भगवान शिव की आराधना से सुख-समृद्धि और खुशहाली आएगी।